- क्रिमिनोलॉजिस्ट करते हैं आपराधिक घटनाओं की जांच
- 12वीं के बाद साइंस व आर्ट दोनों स्ट्रीम में उपलब्ध है कोर्स
- इनके पास आईबी, सीबीआई, पुलिस, सेना में जाने का मौका
Career in Criminology: आजकल क्राइम में टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग भी तेजी से बढ़ रहा है। जिसने पुलिस और जांच एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। इसलिए अपराधों की छानबीन के लिए अब क्रिमिनोलॉजी में कुशल पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ने लगी है। क्रिमिनोलॉजी को अपराध-शास्त्र कहा जाता है। इसमें अपराध और उससे बचाव के तौर-तरीकों के बारे में जानकारी दी जाती है। इस काम में माहिर पेशेवरों को क्रिमिनोलॉजिस्ट कहा जाता है। आमतौर पर क्रिमिनोलॉजिस्ट किसी भी आपराधिक घटना के बाद क्रिमिनल को पकड़े के लिए साक्ष्य जुटाते हैं। ये क्राइम से जुड़ी जटिल गुत्थियों को सुलझाकर क्रिमिनल को जेल तक पहुंचाते हैं। अगर आप भी किसी रोमांचक और चुनौतीपूर्ण जॉब की तलाश में हैं और क्राइम इन्वेस्टीगेशन में आपकी रुचि हैं तो आप इस फील्ड बेहतर करियर बना सकते हैं।
क्रिमिनोलॉजी में कोर्स
ज्यादातर लोग फॉरेंसिक साइंस को ही क्रिमिनोलॉजी समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं। क्रिमिनोलॉजी का दायर काफी व्यापक है और फॉरेंसिक साइंस इसका एक हिस्सा है, जिसमें डीएनए टेस्ट, फिंगर प्रिंट जैसे कार्य होते हैं। जबकि क्रिमिनोलॉजी अपराध से जुड़ी सभी घटनाओं की जांच होती है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्र 12वीं के बाद 3 वर्षीय बीए या बीएससी इन क्रिमिनोलॉजी का कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा आर्ट्स या साइंस विषय में ग्रेजुएट युवा भी क्रिमिनोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री या दो वर्षीय डिप्लोमा इन क्रिमिनोलॉजी कर सकते हैं। इसके अलावा कई ऐसे संस्थाएं भी हैं जो इस फील्ड में 3 से 6 माह तक के सर्टिफिकेट एंड एडवांस डिप्लोमा कोर्स करवाती हैं।
क्रिमिनोलॉजी में करियर ऑप्शन
क्रिमिनोलॉजी का कोर्स करने के बाद युवा किसी सरकारी व प्राइवेट कंपनियों, रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, प्राइवेट सिक्योरिटी, डिटेक्टिव एजेंसियों, सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट व एनजीओ में जॉब कर सकते हैं। इसके अलावा एक क्रिमिनोलॉजिस्ट के पास काउंसलर तथा फ्रीलांसर के तौर पर भी कार्य करने का मौका होता है। एक क्रिमिनोलॉजिस्ट किसी संस्थान के साथ जुड़कर क्राइम इंटेलिजेंस, कम्युनिटी करेक्शन कोऑर्डिनेटर, लॉ रिफॉर्म रिसर्चर, कंज्यूमर एडवोकेट, एनवायर्नमेंट प्रोटेक्शन एनालिस्ट जैसे पदों पर कार्य करता है। इन प्रोफेशनल्स के पास आईबी, सीबीआई, पुलिस, सरकारी अपराध प्रयोगशालाओं, निजी चैनल, न्यायिक एजेंसियों, भारतीय सेना आदि में जॉब हासिल करने का शानदार मौका होता है।
क्रिमिनोलॉजिस्ट की सैलरी
क्रिमिनोलॉजिस्ट की सैलरी उसे जॉब देने वाली संस्था पर निर्भर करती है। अगर वह किसी सरकारी विभाग में है तो उसकी सैलरी वहां के पे-स्केल के अनुसार होगी। वहीं किसी प्राइवेट संस्था को ज्वाइन करने पर एक क्रिमिनोलॉजिस्ट को शुरुआती दौर में आसानी से प्रतिमाह 35 से 40 हजार रुपये मिल जाते हैं। इसके बाद अनुभव के साथ सैलरी भी बढ़ती रहती है।