- कला पसंद छात्रों के लिए बेस्ट है बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स कोर्स
- चार साल के इस कोर्स के बाद छात्रों के पास नहीं होती जॉब की कमी
- यह कोर्स करने के लिए छात्रों में जरूरी होते हैं कुछ खास स्किल
Career in Fine Arts: बदलते समय के साथ अब लोगों की सोच भी बदल रही है। खास कर ऐसे अभिभावकों की जो अपने बच्चों पर डॉक्टर-इंजीनियर बनने का दबाव डालते रहते थे। आज के समय में करियर के कई विकल्प खुल गए हैं। यही वजह है की मां-बाप अपने बच्चों को उनकी पसंद के अनुसार अपना करियर बनाने का मौका दे रहे हैं। आज के समय में बैचलर ऑफ फाइन आर्ट भी युवाओं को शानदार करियर बनाने का मौका दे रहा है। युवा इस फील्ड में पेंटिंग, ड्राइंग, मूर्तिकला के साथ अन्य कला में अपना करियर बना रहे हैं। अगर आपको भी कला से प्यार है तो इससे संबंधि कोर्स और करियर ऑप्शन की पूरी जानकारी मिलेगी।
क्या है बैचलर ऑफ फाइन आर्ट
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएएफए) में कला के बहुत से क्षेत्र समाहित हैं। इसमें छात्रों को चित्र, फोटोग्राफी, मूर्तिकला, फिल्म, वास्तुकला, आदि की शिक्षा दी जाती है। यह सभी कोर्स छात्र 12वीं के बाद कर सकते हैं। देश के ज्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में बीएफए चार सालों का कोर्स होता है और इसके पहले दो साल में छात्रों को विजुअल आर्ट के सभी विषयों की जानकारी दी जाती है, इसके बाद आपको स्पेशलाइजेशन के रुप में एक विषय चुनना होता है।
Ream More - बीएससी नर्सिंग के बाद छात्र कर सकतें हैं ये डिप्लोमा कोर्स, करियर को मिलेगा बूस्ट
इस फील्ड में जरूरी स्किल
यह एक ऐसा कोर्स है, जिसके लिए सिर्फ पढ़ना ही जरूरी नहीं है। इस कोर्स को करने और यहां करियर बनाने के लिए आपके अंदर कुछ स्किल का होना बहुत जरूरी है। आपमें कला की अच्छी समझ के साथ कल्पनाशीलता और क्रिएटिविटी जैसी बेसिक स्किल होनी चाहिए। इसके अलावा थिंकिंग पावर और ड्राइंग, पेंटिंग, स्कैचिंग की अच्छी समझ होना जरूरी है। इस फील्ड में नए- नए एक्सपेरिमेंट करते रहना भी जरूरी है, जिससे आपकी कला का और विकास हो सके।
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट में करियर
करियर और जॉब के लिए यह फील्ड काफी अच्छा माना जाता है। बीएफए कोर्स करने के बाद आसानी से जॉब मिल जाती है। बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स करने के बाद युवा किसी भी एडवरटाइजिंग कम्पनीज, आर्ट स्टूडियोज, बाउटिकेस आदि जगहों पर जॉब कर सकते हैं। वहीं अगर चाहें तो फ्रीलांसिंग भी कर सकते हैं। अच्छी पेंटिग्स बनाने वालों को जॉब की चिंता नहीं करनी पड़ती है, ये पेंटिंग लाखों- करोड़ो रुपए में बिकती हैं। वहीं जो छात्र ग्रेजुएशन के बाद आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं वे इसमें एमए करके रिसर्च के लिए भी जा सकते हैं और इसके बाद वे किसी प्राइवेट संस्थान या किसी सरकारी कॉलेज में पढ़ा सकते हैं।
Read More - जानें दोनों में मुख्य अंतर, कोर्स के बाद ये है दोनों की जॉब प्रोफाइल