- डाटा साइंस के फील्ड में प्रतिवर्ष लाखों युवाओं को मिल रही जॉब
- डाटा साइंस को माना जाता है भविष्य का जॉब, लगातार हो रही ग्रोथ
- डाटा साइंस का कोर्स करने के बाद युवाओं के पास होते हैं कई ऑप्शन
Career In Data Science: डाटा साइंस की जॉब को 21वीं सदी की सबसे बेहतरीन करियर ऑप्शन में से एक माना जाता है। साल दर साल टेक्नोलॉजी जितना ग्रोथ करेगी, डाटा साइंस का दायरा भी उतना ही बढ़ता जाएगा। डाटा साइंस के फील्ड में भारत के अंदर ही प्रतिवर्ष लाखों युवाओं को जॉब मिल रहा है। इसमें सैलरी भी बेहद शानदार मिलती है। जिसकी वजह से यह युवाओं का ड्रीम जॉब बनता जा रहा है। अगर आप भी डाटा साइंस के फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो यहां पर आपको इसकी पूरी जानकारी मिलेगी।
What is Data Science? डाटा साइंस क्या है?
आज के समय में कंपनियां आपका और हमारा डाटा किसी ना किसी तरीके से लेकर उसे स्टोर करती हैं। इसी डाटा का एनालिसिस करना, समस्याओं का समाधान करना, डाटा को आसान भाषा में लोगों या संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाना ही डाटा साइंसटिस्ट का कार्य होता है। इसको ऐसे भी समझ सकते हैं- बैंक अपने हजारों-लाखों खाता धारकों की जानकारी को इकट्ठा करके रखता है। इसमें ग्राहकों की लोन या पर्सनल प्रोफाइल जैसी जानकारी होती हैं। अगर ये जानकारियां बैंक के पास अव्यवस्थित तरीके से होंगी तो किसी काम नहीं आएंगी, यहीं पर काम आता है डाटा साइंस का। ये डाटा इकट्ठा करना, उसे व्यवस्थित करना, उसके रूझानों का पता लगाकर पैटर्न तैयार करने का कार्य करते हैं।
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Data Science Skills - डाटा साइंस में जरूरी स्किल्स
डाटा साइंस में करियर बनाने का सपना देखने वाले युवाओं को तो डाटा स्टडी करने और उसे सुलझाने की कला आनी चाहिए। इसके लिए कम्प्यूटर साइंस, मशीन लर्निंग, डाटा प्रोसेसिंग, स्टेस्टिकल रिसर्च, गणित और डोमेन एक्सपर्टीज जैसे स्किल्स की जरूरत पड़ती है।
डाटा साइंस फील्ड में टॉप करियर ऑप्शन
डाटा साइंटिस्ट
इस फील्ड का यह एक प्रमुख करियर ऑप्शन है। इसमें बहुत सारे अव्यवस्थित और व्यवस्थित डाटा के साथ काम करना होता है। डाटा साइंटिस्ट का कार्य इस डाटा को आसान और समझने योग्य बनाना होता है।
डाटा इंजीनियर
डाटा इंजीनियर का मुख्य कार्य अलग-अलग माध्यमों से डाटा को इकट्ठा करना, उसे फिल्टर करना होता है। इसके बाद डाटा को ऐसे रूप में बदलना होता है, जिससे वो डाटा साइंटिस्ट को आसानी से समझ आ सके और उसका सही उपयोग किया जा सके। मुख्य तौर पर डाटा के एक बड़े सेट को डाटाबेस में बदलना ही इनका काम होता है। यह रॉ डाटा को उपयोग करने लायक बनाते हैं।
सांख्यिकीविद् (Statistician)
सांख्यिकी का उपयोग करके डाटा को एकत्रित करना और उसका एनालिसिस करके रिपोर्ट तैयार करना ही इनका मुख्य कार्य है। इसमें अलग अलग प्रकार की सांख्यिकी से जुड़ी विधि और डिवाइस का उपयोग किया जाता है।
बिजनेस इंटेलिजेंस डेवलपर
इस जॉब प्रोफाइल पर कार्य करने वालों को डाटा सेट्स की स्टडी करनी होती है। इसकी मदद से बिजनेस का अंदाजा लगाना और संस्थान का रेवेन्यू बढ़ाना ही जिम्मेदारी होती है। इसके लिए डाटा माइनिंग यानी डाटा ढूंढने की कला होनी जरूरी है।
यूजर एक्सपीरियंस रिसर्चर
इस जॉब प्रोफाइल पर रहकर किसी कंपनी के लिए यूजर्स का एक्सपीरियंस इकट्ठा करना होता है। जिसके आधार पर कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को डिजाइन करती है और दूसरे क्षेत्रों को बेहतर बनाती है। यूजर्स की जानकारी एकत्रित करने के बाद उसे डाटा साइंस की मदद से ही जानकारी को समझने के लायक बनाया जाता है।
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