- छात्र कर सकते हैं कंप्यूटर साइंस व इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स
- क्रिप्टोकरेंसी के अलावा बैंकिंग और हेल्थ सेक्टर में शानदार मौके
- ये प्रोफशनल ब्लॉकचेन का सॉफ्टवेयर डेवलप कर बनाते हैं सुरक्षित
Career in Blockchain Technology: क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज पूरी दुनिया में लगातार बढ़ रहा है, इससे इंडिया भी अछूता नहीं है। अब तो भारतीय रिजर्व बैंक भी ‘डिजिटल रुपया’ ला रहा है। आरबीआई की यह डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी। अब आप समझ सकते हैं कि ब्लॉकचेन डेवलपर का भविष्य क्या है। ब्लॉकचेन डेवलपमेंट पर पिछले कुछ सालों में बहुत कम ध्यान दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी यह युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण करियर ऑप्शन बन गई है। आज के समय में ब्लॉकचेन स्किल वाले युवाओं की खूब डिमांड है, क्योंकि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बैंकिंग सहित कई क्षेत्रों में किया जा रहा है। यह उन लोगों के लिए बेस्ट जॉब ऑप्शन है, जो नई तकनीक को जानने-समझने के लिए आवश्यक स्किल रखते हैं।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझे
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां डिजिटल करेंसी समेत किसी भी चीज का डिजिटल रिकॉर्ड रखा जा सकता है। एक तरह से ब्लॉकचेन को डिजिटल बहीखाता कहा जा सकता है। यहां पर जो भी ट्रांजैक्शन होता है, वह एक चेन से जुड़े हर कंप्यूटर पर दिखाई देता है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सिर्फ क्रिप्टोकरेंसीज में ही नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में होता है। ब्लॉकचेन तकनीक को लेकर इस समय बैंकिंग और हेल्थ सेक्टर सबसे अधिक सक्रिय है। साथ ही इस तकनीक पर आधारित नए-नए स्टार्टअप भी लगातार खुल रहे हैं, जिसकी वजह से यहां रोजगार के खूब अवसर पैदा हो रहे हैं।
चार प्वाइंट में समझे कैसे बनें ब्लॉकचेन डेवलपर्स?
1. ब्लॉकचेन डेवलपर्स बनने के लिए कंप्यूटर साइंस व इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का बेहतर नॉलेज जरूरी है। छात्र इससे संबंधित कोर्स में ग्रेजुएशन व पीजी कर इस तकनीक को सीख सकते हैं। ब्लॉकचेन डेवलपर बनने के लिए डिग्री से ज्यादा महत्व नॉलेज का होता है।
2. ब्लॉकचेन डेवलपर ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल डिजाइन करने के अलावा स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट बनाते हैं और ब्लॉकचेन आर्किटेक्चर और प्रोटोकॉल के आधार पर सॉफ्टवेयर डेवलप करते हैं। इसलिए इन्हें क्रिप्टोग्राफी की बारीकियां आनी चाहिए।
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3. ब्लॉकचेन डेवलपर्स की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और कोडिंग में अच्छी पकड़ होनी चाहिए। क्योंकि ब्लॉकचेन डेवलपमेंट में इसका ही इस्तेमाल होता है। इसकी मदद से ही ब्लॉकचेन नेटवर्क की सुरक्षा को डिजाइन करने के अलावा उसे यूजर फ्रेंडली बनाया जाता है।
4. प्रोग्रामिंग, डेटा स्ट्रक्चर और आर्किटेक्चर, क्रिप्टोग्राफी और साइबर सिक्योरिटी जैसे स्किल्स रखने वाले युवाओं के लिए ब्लॉकचैन सीखना आसान होता है। ये स्किल्स ब्लॉकचैन तकनीक को समझने में मदद करते हैं, इसलिए इसमें महरत हासिल करें।