- कोर्स के लिए भाषा में 50% अंक के साथ 12वीं पास करना अनिवार्य
- लेक्सोग्राफर करता है भाषा में रिसर्च, लेखन, संकलन व संपादन कार्य
- लेक्सोग्राफर बनने के लिए भाषा का ज्ञान, पढ़ने की आदत, रिसर्च जरूरी
Career in Lexicography: हर युवा स्वतंत्र रूप से आसमान में उड़ना और अपने सपनों को जीना चाहता है। यह आकांक्षाएं पूरी होती हैं शानदार करियर से। ऐसे ही एक स्वतंत्र जीने की एक संभावना है लेक्सोग्राफी। वहीं इस फील्ड में काम करने वालों को लेक्सोग्राफर (भाषाविद्) कहते हैं, यह वो होता है जो शब्दकोष को लिखता है, पढ़ता है और उसे सही तरक्की परखता है ताकि अन्य लोगों तक गलत जानकारी ना पहुंचे। लैंग्वेंज स्टडी के इतिहास में इसका एक अहम स्थान है। इसमें शब्दकोश निर्माण के दौरान इतिहास, थ्योरी, मैथडोलॉजी और टोपोलॉजी शामिल है। अगर आपकों अलग−अलग भाषाएं पसंद हैं तो लैक्सोग्राफी के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
लेक्सोग्राफर का कार्य
लेक्सोग्राफर डिक्शनरी, एनसाइक्लोपीडिया व अन्य रेफरेंस टेक्स्ट जैसे लॉ और मेडिकल डिक्शनरी बनाने के लिए रिसर्च, लेखन, संकलन व संपादन करते हैं। लेक्सोग्राफी को आमतौर पर दो शाखाओं में विभाजित किया गया है। पहला प्रैक्टिकल लेक्सोग्राफी और दूसरा सैद्धांतिक लेक्सोग्राफी। प्रैक्टिकल लेक्सोग्राफी में शब्दकोशों का संकलन, लेखन और संपादन की प्रक्रिया शामिल है। वहीं सैद्धांतिक लेक्सोग्राफी में लैंग्वेंज की स्टडी और इसकी शब्दावली के अध्ययन पर ध्यान केन्द्रति किया जाता है।
लेक्सोग्राफर का पर्सनल स्किल्स
लेक्सोग्राफर बनने के लिए भाषा का अच्छा व गहरा ज्ञान होना बहुत जरूरी है। साथ ही विभिन्न भाषाओं को जानने की जिज्ञासा, पढ़ने की आदत, अनुसंधान और विश्लेषणात्मक कौशल, टीम वर्क और प्रभावी समय प्रबंधन और संगठनात्मक कौशल होना भी अनिवार्य हैं। इसके अलावा उसे ग्रामेटिकल और कम्प्यूटेशनल भाषा का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए। इस फील्ड में आगे बढ़ने के लिए एक बेहतरीन क्रिटिकल थिंकिंग, ओपन−मांइडेड व हर छोटी बातों पर गहरी नजर होनी चाहिए।
शैक्षणिक योग्यता
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए 12वीं में अंग्रेजी या अन्य सम्बंधित भाषा में कम से कम 50% अंक लाना अनिवार्य है। इसके बाद ग्रेजुएशन और अंग्रेजी या किसी अन्य संबंधित भाषा में मास्टर या डॉक्टरेट की डिग्री लेना पड़ेगा। वर्तमान में देश में ऐसे कई विश्वविद्यालय हैं, जो अंग्रेजी, हिन्दी, संस्कृत, तमिल, पंजाबी जैसी विभिन्न भाषाओं में लेक्सोग्राफी कोर्स संचालित करते हैं।
करियर की संभावनाएं
कोर्स पूरा करने के बाद एक लेक्सोग्राफर किसी भी पब्लिशिंग हाउस के लिए काम कर सकता है। यहां पर वे अपना करियर असिसटेंट एडिटर या फिर जूनियर एडिटोरियल असिस्टेंट के तौर पर शुरू कर सकते हैं। कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद आप बतौर लेक्सोग्राफर काम कर सकते हैं। इसके अलावा ये ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, मैकमिलन, हार्पर कॉलिन्स, मैक्वेरी, मेरिएम वेबस्टर में अपना शानदार करियर बना सकते हैं।