- विदेशों से हायर स्टडी करना बना रहा छात्रों की पहली पसंद
- विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन से पहले खर्चों कर करें आकलन
- यूनिवर्सिटी के कोर्स, इंटर्नशिप व करियर संभावनाओं का रखें ध्यान
Study Abroad: विदेश से हायर स्टडी करना छात्रों की पहली पसंद बनता जा रहा है। दूसरे देशों में पढ़ाई करने के लिए प्रति वर्ष लाखों छात्र प्रयास करते हैं। हालांकि विदेश में पढ़ाई करना करियर के लिए जितना फायदेमंद है, उतना ही रिस्की भी है। विदेशों में पढ़ाई के दौरान होने वाला खर्च छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। इसके अलावा भी कई ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी होता है। अगर आप विदेश में पढ़ाई करने का प्लान बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी हो जाता है कि किसी यूनिवर्सिटी की चुनाव करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें।
कितना आएगा खर्च
किसी भी देश में पढ़ाई करने के लिए सबसे ज्यादा पैसे की जरूरत पड़ती है। इसलिए जरूरी है कि किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले ट्यूशन फीस और उसके अलावा आने वाले सभी खर्च का पूरा ब्यौरा हासिल कर लें। क्योंकि अक्सर यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जितना खर्च बताया जाता है उससे ज्यादा देना पड़ता है। इसी कारण यह बेहतर है कि छात्र एडमिशन से पहले ही सारे खर्चों का ब्यौरा हासिल कर लें और उसके अनुसार ही अपना बजट बनाए। इसके साथ छात्र उस यूनिवर्सिटी में मिलने वाले स्कॉलरशिप की जानकारी भी जरूर ले लें।
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इंटर्नशिप के मौके
विदेश की किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले छात्रों को यह जरूर देख लेना चाहिए कि वहां पर किस तरह के इंटर्नशिप और रिसर्च के अवसर मिल रहे हैं। क्योंकि विदेशों में भी कई ऐसी यूनिवर्सिटी होती हैं, जो हमारे देश की तरह ही सिर्फ सामान्य एजुकेशन देती हैं। जिस यूनिवर्सिटी में आपको इंटर्नशिप और रिसर्च का मौका मिले, वहीं पर एडमिशन लें। ये आपके करियर के लिए फायदेमंद होगा।
इमिग्रेशन के नियम
कोरोना के बाद से इमिग्रेशन के नियमों में कई बड़े बदलाव किए गए हैं, ऐसे में यह आवश्यक है कि एडमिशन से पहले संबंधित देश के इमिग्रेशन से जुड़े सभी नियम पहले ही जान लें। कई देशों में इमिग्रेशन को लेकर अभी भी सख्ती बरती जा रही है, वहीं कई देशों ने अपनी पॉलिसी को लचीला बनाया है। ऐसे देश का ही चुनाव करें, जहां जाने में आपको परेशानी न हो।
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शैक्षिक संभावनाएं
यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले वहां के शैक्षिक संभावनाओं पर रिसर्च कर जानकारी हासिल करना जरूरी होता है। यानी छात्रों को जिस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना है उसकी रैंकिंग, स्कॉलरशिप के अवसर और उसमें पढ़ाए जाने वाले कोर्स की आदि की जानकारी पहले ही हासिल कर ले।
यूनिवर्सिटी के बाद करियर
विदेशों में पढ़ाई करने का मुख्य कारण अच्छी जॉब हासिल करना होता है। इसलिए किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले यह जरूर जान लें कि वहां से पढ़ाई का करियर को कैसे फायदा मिलेगा। यूनिवर्सिटी किस तरह से जॉब हासिल करने में मदद करती है।