- साइंस के छात्रों के पास मौजूद है ढेरो ऑफबीट विकल्प
- ऑफबीट कोर्स रोचक होने के साथ करियर के लिए भी हैं दमदार
- इन कोर्स के बाद छात्र सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में हासिल कर सकते हैं जॉब
Career after 12th: साइंस से 12वीं करने के बाद छात्रों के पास मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसै करियर के दो प्रमुख विकल्प होते हैं, लेकिन आज के समय में छात्र ऐसे करियर की तलाश में रहते हैं, जो रोचक और ऑफबीट हो। आज के समय में छात्रों के पास ऐसे विकल्पों की कमी नहीं है। छात्र साइंस के क्षेत्र में मेडिकल और इंजीनियरिंग से हटकर भी अपना शानदार करियर बना सकते हैं। आज युवाओं के पास नैनो, स्पेस साइंस, टेक्नोलॉजी और एस्ट्रो फिजिक्स जैसे कई कोर्स विकल्प हैं। यहां हम आपको ऐसे ही 7 विकल्प के बारे में बता रहे हैं।
नैनो टेक्नोलॉजी:
साइंस में ऑफबीट करियर बनाने का यह बेहतरीन विकल्प है। छात्र 12वीं के बाद नैनो टेक्नोलॉजी में बीएससी या बीटेक कर सकते है। इसके बाद जरूरत के हिसाब से इसी सब्जेक्ट्स में एमएससी या एमटेक करके शानदार करियर बना सकते हैं।
स्पेस साइंस:
यह बेहत तेजी से बढ़ता हुआ काफी बड़ी फील्ड है, इसमें स्टेलर साइंस, प्लैनेटरी साइंस, कॉस्मोलॉजी, एस्ट्रो जैसे कई फील्ड्स शामिल हैं। इस फील्ड में तीन साल की बीएससी और चार साल के बीटेक से लेकर पीएचडी तक करने का ऑप्शन मौजूद है। ये कोर्से इस समय खास तौर पर इसरो और बेंगलुरु स्थित आईआईएससी में कराए जाते हैं।
एस्ट्रो फिजिक्स:
अगर आपको ग्रहों और तारों से प्लान है तो आप 12वीं के बाद एस्ट्रो फिजिक्स का कोर्स कर सकते है। इसमें छात्रों के लिए पांच साल के रिसर्च ऑरिएंटेड प्रोग्राम और तीन साल का बैचलर्स प्रोग्राम बीएससी इन फिजिक्स का विकल्प मौजूद है। एस्ट्रो फिजिक्स में डॉटरेट करने के बाद स्टूडेंट्स इसरो जैसे रिसर्च ऑर्गनाइजेशन में साइंटिस्ट बन सकते हैं।
डेयरी साइंस:
छात्र साइंस सब्जेक्टस से 12वीं करने के बाद 4 साल के स्नातक डेयरी टेक्नोलॉजी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इस कोर्स के लिए प्रतिवर्ष ऑल इंडिया लेवल पर एंट्रेस एग्जाम आयोजित होता है। इसके अलावा कई ऐसी प्राइवेट संस्थान भी हैं जो डेयरी टेक्नोलॉजी में 2 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स कराती हैं।
एनवायरमेंटल साइंस:
एनवायरमेंटल साइंस बेहद तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है। इस समय पर्यावरण को लेकर जागरूकता बढ़ी है, इसलिए सरकारी विभाग से लेकर प्राइवेट संस्था तक इस फील्ड के विशेषज्ञ को हायर करते हैं। 12वीं के बाद छात्र इससे संबंधित कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इसके तहत इकोलॉजी, डिजास्टर मैनेजमेंट, वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट, पॉल्यूशन कंट्रोल जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
बायोटेक्नोलॉजी:
अभी बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई देश के कुछ बड़े कॉलेज और यूनिवर्सिटी में ही कराया जा रहा है। यह कोर्स बायोटेक्नोलॉजी साइंस के फील्ड में तकनीक के इस्तेमाल से संबंधित है। छात्र यह कोर्स करने के बाद फार्मा, रिसर्च, फूड प्रोडक्ट्स, एग्रीकल्चर और केमिल इंडस्ट्री में एंट्री कर सकते हैं।
माइक्रोबायोलॉजी:
माइक्रोबायोलॉजी कोर्स भी करियर के लिए एक बेहतर विकल्प है। इस कोर्स में एडमिशन किसी कॉलेज में नंबर के बेसिस पर तो कहीं पर एंट्रेस टेस्ट के जरिए होता है। इस सब्जेक्ट में पढ़ाई करने के बाद छात्र सरकारी जॉब हासिल करने के अलावा फार्मा, रिसर्च, फूड प्रोडक्ट्स और एग्रीकल्चर जैसे वाइड सेक्टर में भी कई तरह के जॉब कर सकते हैं।