- कनाडा में जस्टिन ट्रुडो की कैबिनेट में अनीता आनंद बनीं पहली हिंदू मंत्री
- अक्टूबर फेडरल इलेक्शन में हाउस कॉमन्स के लिए चुनी गईं अनीता
- अनीता इंदिरा आनंद को ट्रुडो की कैबिनेट में मिला जन सेवा मंत्रालय का प्रभार
- अनीता आनंद के माता-पिता दोनों भारत से हैं
नई दिल्ली : भारतीयों का दबदबा पूरी दुनिया में है। खास तौर पर भारत की महिलाएं जिस तरह से विदेशी राजनीति में अपना अस्तित्व कायम कर रही हैं उससे यही कहा जा सकता है। कनाडा में एक भारतीय मूल की हिंदू महिला को देश की कैबिनेट में शामिल किया गया है। इस तरह से कनाडा की कैबिनेट मंत्रालय में शामिल होने वाली वे पहली भारतीय बन गई हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने बुधवार को ही अपने नए कैबिनेट की घोषणा की। इस कैबिनेट में भारतीय मूल की अनिता इंदिरा आनंद को भी शामिल किया गया है जो कनाडा में बनने वाली पहली फेडरल मिनिस्टर बनी हैं।
कैबिनेट में तीन अन्य इंडो-कैनेडियन मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं जो सभी सिख हैं। ये सभी इससे पहले की सरकार में भी कैबिनेट सदस्य थे। आनंद पहली बार अक्टूबर फेडरल इलेक्शन में हाउस कॉमन्स के लिए चुनी गईं महिला हैं। उन्हें ट्रुडो की कैबिनेट में public services and procurement (जन सेवा) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। आनंद ओंटारियो में ओकविले क्षेत्र से विजयी हुई हैं, जो अपने आप में ऐतिहासिक था क्योंकि वह संसद के लिए चुनी जाने वाली पहली हिंदू महिला थीं।
यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में लॉ की प्रोफेसर रहीं आनंद का जन्म नोवा स्कॉटिया प्रांत केकेंटविले टाउन में हुआ था। उनके माता-पिता दोनों मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े हैं जो भारत से हैं। उनकी माता स्वर्गीय सरोज राम पंजाब के अमृतसर से थीं जबकि उनके पिता एसवी आनंद एक तमिल थे।
चार भाई बहनों में से एक आनंद ओकविले में इंडो-कैनेडियन समुदाय के बेहद करीब हैं। इसके साथ ही वे कैनेडियन म्यूजियम ऑफ हिंदू सिविलाइजेशन की चेयरपर्सन भी रहीं। एयर इंडिया फ्लाइट 182 पर हुए आतंकी हमले की जांच समिति के लिए किए गए शोध की भी वे प्रमुख रही हैं।
नए कैबिनेट की घोषणा करने के बाद ट्रुडो ने कहा कि आज मैं अपने सबसे स्ट्रांग, डायवर्स और अनुभवी टीम का आपसे परिचय करा रहा हूं जो बड़े मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम करेंगे।