- लॉकडाउन के दौरान साइबर क्राइम की घटनाओं में आया उछाल
- बेंगलुरु के एक शख्स ने गंवाएं 7 लाख, टिकट बुक कराने के नाम पर हुई धोखाधड़ी
- पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर शुरू की अपनी जांच
बेंगलुरु: ऑनलाइन ठगी के मामले किसी से छिपे नहीं हैं और आए दिन इस तरह की धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं। कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद जहां एक तरफ ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का चलन बढ़ा है वहीं साइबर क्राइम के मामलों में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। ताजा मामला बेंगलुरु से आया है जहां एक 68 साल के शख्स को ऑनलाइन टिकट बुक कराने के चक्कर में 7 लाख रुपये गंवाने पड़े है।
इस तरह हुई धोखाधड़ी
बेंगलुरु के रहने वाले राजेंद्र (बदला हुआ नाम) ने 30 दिसंबर को साइबर क्राइम के चलते अपने सात लाख रुपये गंवा दिए। दरअसल राजेंद्र तिरुवनंतपुरम के लिए एक फ्लाइट बुक करने की कोशिश कर रहे थे। राजेंद्र ने 7 जनवरी को एक एप के माध्यम से फ्लाइट की टिकट बुक की। इसके बाद उसे मैसेज मिला कि पैसे अभी तक नहीं मिले हैं लेकिन तब तक बैंक का मैसेज आ चुका था और सात लाख रुपये बैंक खाते से कट गए थे।
एक ओटीपी और कट गए लाखों
राजेंद्र ने कहा, 'मैंने 31 दिसंबर को टिकट बुकिंग फर्म के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया था। दीपक कुमार शर्मा नाम के शख्स ने सामने से अपना परिचय दिया और बताया कि वह तकनीकी कारणों की वजह से कटे हुए पैसे वापस नहीं कर पा रहा है। उसने मुझे एक और बैंक खाते का नंबर मागा। मैंने खाते के अंतिम चार डिजिट उसे बताए। फिर मुझे बैंक से लेन-देन के कई ओटीपी प्राप्त हुए।'
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, फिलहाल पुलिस नेआईपीसी और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।