- 30 साल पहले पानी में अदृश्य हो गई थी नूरी मस्जिद
- 120 साल पुरानी ये मस्जिद रातों-रात आई पानी के बाहर
- मानसूनी बारिश की कमी से फुलवरिया डैम रिजरवायर सूखा
Bihar Noori Masjid: बिहार के नवादा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 120 साल पुरानी एक मस्जिद 30 साल पहले गायब हो गई थी। अब यह मस्जिद रातों-रात जादुई तरीके से बाहर निकल आई है। यह घटना इलाके में कौतूहल का विषय बना हुआ है। बता दें कि यह कोई चमत्कार नहीं हुआ है। बल्कि मस्जिद फुलवरिया बांध जलाशय(Phulwaria Dam reservoir) के बनने से 30 साल पहले डूब गई थी। हालांकि, इस बार बारिश न होने की वजह से जलाशय का पानी सूख गया और मस्जिद बाहर आ गई।
30 साल बाद प्रकट हुई मस्जिद
रिजवायर में 30 साल बाद ऐसा हुआ है, जब पानी पूरी तरह से सूख गया है। नवादा जिले के रजौली ब्लॉक के चिरैला गांव में नूरी नाम की यह मस्जिद सामने आने के बाद लोगों के कौतूहल का विषय बनी हुई है। अचानक रातों-रात इस मंदिर के दिखाई देने के बाद लोगों को यह किसी जादू की तरह लग रहा है। बता दें कि मस्जिद फुलवरिया बांध जलाशय के दक्षिणी छोर में बनी हुई थी। 120 साल पुरानी यह मस्जिद पानी के सूखने के बाद अब फिर से सबके सामने आ गई है।
1985 में बना था फुलवरिया बांध
गांव के पुराने लोग मस्जिद का नाम नूरी बताते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि साल 1985 में फुलवरिया बांध के बनने पर मस्जिद डूब गई थी। इस मस्जिद को नई पीढ़ी के लोग जानते भी नहीं थे। वहीं इतने समय से पानी में डूबी रहने के बाद पुराने लोग भी लगभग भूल ही गए थे। लोग बताते हैं कि पहले भी रिजरवायर का वाटर लेवल कम होता था, लेकिन तब सिर्फ मस्जिद के गुम्बद का एक हिस्सा ही दिखाई देता था। जो लोग मस्जिद के बारे में जानते नहीं थे, वह पानी में निकले उस हिस्से को देखकर हैरान होते थे। इस मस्जिद की गुम्बद तक ऊंचाई करीब 30 फीट है।