भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक उम्मीदवार को कोयंबटूर, तमिलनाडु में केवल एक वोट मिला। बीजेपी की यूथ विंग के नेता डी कार्तिक स्थानीय निकाय के चुनाव में खड़े हुए थे। प्रत्याशी के परिवार में ही पांच सदस्य थे, फिर भी कार्तिक को एक वोट मिला। भाजपा के मुताबिक, डी कार्तिक के परिवार को दूसरे वार्ड में वोट करना पड़ा, जिसके कारण वे वोट नहीं दे सके। 9 अक्टूबर को कोयंबटूर में उपचुनाव हुए थे। यह ग्रामीण निकाय चुनाव का दूसरा चरण था।
इस घटना से उनकी उम्मीदवारी का मजाक बन गया और यह खबर मीडिया में फैल गई और #Single_Vote_BJP के साथ वायरल हो गई जो ट्विटर पर ट्रेंड करने लगी।
स्थानीय निकाय चुनावों में उम्मीदवार राजनीतिक दल के चिन्ह् पर चुनाव नहीं लड़ते हैं, हालांकि पार्टियां आधिकारिक तौर पर उनका समर्थन करती हैं। बीजेपी यूथ विंग के जिला उपाध्यक्ष कार्तिक ने स्पष्ट किया कि मैंने बीजेपी की ओर से चुनाव नहीं लड़ा था। मैंने कार के चिन्ह पर एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। मेरे परिवार के चार वोट हैं और सभी वोट पंचायत के वार्ड 4 में हैं। यहां तक कि मेरे परिवार के चार सदस्यों और मैंने 9वें वार्ड में वोट नहीं डाला जहां मैंने चुनाव लड़ा था।