उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शीत लहर ने ठिठुरन बढ़ा दी है। हिमाचल प्रदेश, कश्मीर के कई हिस्सों में पारा लुढ़ककर शून्य से नीचे चला गया है। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में धुंध, शीतलहर और ठिठुरन का दौर जारी है। भारत में कड़ाके की सर्दी का यह दौर अगले कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगा लेकिन दुनिया में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां साल भर सर्दी का मौसम करीब एक समान होता है। इन जगहों पर भी लोग रहते हैं। बर्फीले तूफान एवं सर्द मौसम से इनका सामना रोज होता है लेकिन यहां के लोग इन मुश्किलों से घबराते नहीं। आइए एक नजर डालते हैं दुनिया की सबसे सर्द जगहों पर-
ओयमायकोन (रूस)
ओयमायकोन को दुनिया का सबसे ठंडा गांव माना जाता है। इस गांव में करीब 500 लोग रहते हैं। यहां का औसत तापमान माइनस 58 डिग्री रहता है। साल 1924 में यह का तापमान गिरकर माइनस 96.16 डिग्री पर चला गया था। मौसम की विपरीत स्थितियों में भी यहां के लोग घबराते नहीं बल्कि उसका सामना करते हुए अपना जीवन-यापन करते हैं।
याकुत्स्क (रूस)
रूस का याकुत्स्क शहर दुनिया के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है। यह स्थान ओयमायकोन के करीब है और यूकुतिआ की राजधानी है। याकुत्स्क में करीब 30 हजार लोग रहे हैं। जनवरी में यहां का तापमान औसतन माइनस 42 डिग्री के करीब रहता है।
चीन के इस शहर की आबादी 90 लाख से ज्यादा है। यह चीन के उत्तर पूर्वी प्रांत हेलॉन्गजिआंग की राजधानी है। यहां का बर्फ उत्सव दुनिया के बड़े आइस फेस्टिवल में से एक है। यहां जश्न मनाने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं। जनवरी में यहां का औसत तापमान माइनस 11 डिग्री सेल्सियस के करीब रहता है। जबकि अन्य महीनों में औसत तापमान आठ से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है।
साल 2008 में मिनेसोटा के इंटरनेशनल फॉल्स को 'आइसबॉक्स ऑफ द नेशन' के रूप में जाना गया। इस कस्बे की आबादी 6000 है। यहां तापमान गिरकर माइनस 55 डिग्री तक पहुंचता रहा है। करीब 40 वर्षों तक यहां हर साल आइसबॉक्स विंटर फेस्टिवल का आयोजन होता रहा है।
स्नैग युकोन में तीन फरवरी 1947 का तापमान रिकॉर्ड माइनस 81 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। स्नैग को उतनी ठंडी जगह नहीं माना जाता लेकिन यहां फिर भी इतनी ठंड पड़ती है कि वह आपको जमा सकती है। यहां जनवरी का औसत अत्यधिक तापमान माइनस 7 डिग्री और न्यूनतम औसत तापमान माइनस 27 फॉरेनहाइट है।