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ये कोविड काल है! आलसी लोग हैं हीरो! कुछ-कुछ यही कहता है ये जर्मन एड [Video]

Updated Nov 15, 2020 | 15:22 IST

दुनियाभर में कोरोना के कहर के बीच जर्मनी की सरकार ने एक ऐसा वीडियो जारी किया है, जिसमें आलसी लोगों को कोविड-19 के खिलाफ जंग में स्‍पेशल हीरो बताया गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
ये कोविड काल है! आलसी लोग हैं हीरो! कुछ-कुछ यही कहता है ये जर्मन एड [Video]

बर्लिन : दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात बदतर होते जा रहे हैं। इस घातक बीमारी से अब तक 13.18 लाख से अधिक लोग दम तोड़ चुके हैं, जबकि संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 5.43 करोड़ से अधिक हो चुके हैं। इस बीच लोगों से लगातार तमाम सुरक्षा एहतियात बरतने के साथ-साथ यह अपील भी की जा रही है कि वे बहुत आवश्‍यक होने पर ही घरों से निकले हैं। अब जर्मनी की सरकार ने एक ऐसा ऑनलाइन विज्ञापन दिया है, जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में आलसी लोगों को नायक की तरह पेश किया गया है।

यह वीडियो करीब 1 मिनट 35 सेकंड का है, जिसमें 'काउच पोटैटो सिटिजन' को स्‍पेशल हीरो बताते हुए लोगों से कहा गया है कि कोविड से लड़ाई में उनका अनुरण करते हुए वे भी स्‍पेशल हीरो बन सकते हैं। 'काउच पोटैटो सिटिजन' ऐसे लोगों को कहा जाता है, जो अपना अधिकांश समय टीवी या वीडियो देखते हुए सोफे पर पड़े-पड़े बिताते हैं। जर्मन सरकार ने जो विज्ञापन जारी किया है, उसमें एक बुजुर्ग को फ्लैशबैक में जाकर साल 2020 के उन दिनों को याद करते देखा व सुना जा रहा है, जब कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में भयानक तबाही मची हुई है।

वीडयो में क्‍या है?

वीडियो में बुजुर्ग व्‍यक्ति को कहते सुना जा रहा है कि जब वह 22 साल के थे तो उन्‍होंने कैसे देश की सेवा की। विज्ञापन में वह कहते हैं कि जब कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई, वह छात्र थे और इस संक्रमण से निपटने को लेकर पूरे देश की नजर उन पर थी। उस उम्र में जबकि आप पार्टी करना चाहते हैं, दोस्‍तों से मिलना-जुलना चाहते हैं, पढ़ाई करना चाहते हैं, अचानक एक अदृश्‍य खतरा हावी हो जाता है।

वीडियो में बुजुर्ग शख्‍स को कहते सुना जा रहा है, 'अचानक से इस देश की किस्मत हमारे हाथों में आ गई। तब हमने साहस जुटाया और वही किया, जिसकी हमसे उम्मीद की गई थी और जो सही था। यानी हमने कुछ नहीं किया। दिन रात, हम घर पर पैर पसारे पड़े रहे और कोरोना वायरस से लड़ते रहे। हमारा मोर्चा हमारा काउच (सोफा) था और हमारा धैर्य हमारा हथियार था।'

इस विज्ञापन के अंत सरकार के इस संदेश के साथ होता है कि 'घर में रहकर आप भी स्‍पेशल हीरो बन सकते हैं।' 

यहां उल्‍लेखनीय है कि लगभग 8.31 करोड़ की आबादी वाले जर्मनी में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 7.88 लाख से अधिक हो चुके हैं, जबकि इस घातक संक्रमण से अब तक 12 हजार से अधिक लोग दम तोड़ चुके हैं। यहां संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने नवंबर माह से कई नई पाबंदियां लगाई हैं। रेस्टोरेंट, बार और जिम बंद कर दिए गए हैं, जबकि लोगों के एक जगह एकत्र होने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।