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लोगों को कोरोना से बचाने के लिए 'भूतों' ने संभाला मोर्चा, सड़कों पर लगा रहे गश्त

ghosts patrolling
Updated Apr 13, 2020 | 17:52 IST

'ghosts' are patrolling streets: इंडोनेशिया के एक गांव में लोगों को कोरोना से बचाने के लिए 'भूत' रात में सड़कों पर टहल रहे हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspReuters
सड़कों पर 'भूत'।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया दहशत में है। इस खतरनाक वायरस के लिए प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिग को कारगर माना गया है। कई जगह लोग सोशल डिस्टेंसिग का बखूबी पालन कर रहे हैं लेकिन अब भी कुछ लोग बाज नहीं आ रहे। लोग इसका पालन करे इसके लिए स्थानिय स्तर पर तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं।  सोशल डिस्टेंसिग पर अमल कराने के लिए इंडोनेशिया में केपुह गांव में भी अनोखा तरीका अपनाया गया है जिसकी काफी चर्चा हो रही है। यहां लोगों को कोरोना से बचाने के लिए दो 'भूतों' ने संभाला मोर्चा है और वो गश्त लगा रहे हैं। दरअसल, इन लड़कों ने जो रूप धरा है उसके पोकोंग कहा जाता है। इसमें किसी शख्स को कफन में लिपटा हुआ दर्शाया जाता है।

इंडोनेशिया में लॉकडाउन लागू नहीं

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कोरोनो वायरस पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन लागू नहीं किया है। उन्होंने इसके बजाय लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह किया है। इसीलिए जावा द्वीप के केपुह गांव में सड़कों पर गश्त करने के लिए 'भूतों' की एक टोली को तैनात किया गया है। यहां दो वॉलंटियर्स भूत वाले कपड़े पहनते हैं और सड़क पर आ जाते हैं। गांव के मुखिया का कहना है कि कैसे कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाया जाए? इसे लेकर लोगों में अभी भी जागरूकता की कमी है। ऐसे में लोगों को जागरूक करने के लिए यह आइडिय निकाला है। 

इंडोनेशिया में कोरोना के 4 हजार से अधिका केस

कोरोना वायरस अब तक दुनिया भर में एक लाख से अधिक लोगों की जान ले चुका है। कोविड-19 के कारण सर्वाधिक मौतें अमेरिका में हुई हैं। अमेरिका में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 20,000 को पार कर गई है। अमेरिका में 5.3 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जो चार देशों स्पेन, इटली, जर्मनी और फ्रांस के मरीजों की कुल संख्या के लगभग बराबर है। वहीं, इंडोनेशिया में भी कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इंडोनेशिया में 4241 कोरोना के केस सामने आ चुके हैं, जिनमें जिनमें से 373 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं।