- उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक आईएएस अधिकारी बिहार से निकलते हैं
- वैशाली में दुनिया के पहले गणराज्य की आधारशिला रखी गई
- पटना में दुनिया का सबसे बड़ा वाई-फाई रेंज जोन है
बिहार ऐतिहासिक भूमि है। इसके रज-रज में इतिहास की वो बूंदें छिपी हैं, जो आज भी बिहार की महत्ता की सुगंध न सिर्फ देश में बल्कि पूरे विश्व में पहुंचाती हैं। इतिहास आज भी बिहार के महत्व की गवाही देता है। बिहार के बिना स्वयं इतिहास भी अधूरा है। इतिहास के पन्नों से अगर बिहार को हटा दिया जाए, तो इतिहास का अस्तित्व ही नहीं रह जाएगा। देश के सबसे पुराने हिंदू मंदिर से लेकर बिहार अपने आंचल में और भी कई रोचक तथ्य छुपाए पड़ा है। आज भले ही बिहार को उसके ही नेता बेकदर कर दिए हैं, लेकिन सालों पहले बिहार, बिहार था। आज के नेता चुनाव से पहले वादे तो अनेक करते हैं, लेकिन धीरे-धीरे वो बिहार को दीमक की तरह चाट रहे हैं। अपने स्वार्थ की खातिर चुनाव से पहले बिहार और बिहारियों की याद सबको आती है, लेकिन चुनाव के बाद ये स्मृति बनकर रह जाती है। चलिए आज हम आपको बिहार से जुड़े कई रोचक तथ्य बताते हैं।
वैशाली में उगी गणतंत्र की पहली बेल
ऐतिहासिक साक्ष्य को प्रमाण मानें तो ईसा से लगभग छठीं सदी पहले वैशाली में ही गणतंत्र की पहली बेल उगी थी। जब लोगों को गणतंत्र का अर्थ नहीं पता था, तब उस काल में वैशाली में ही देश ही नहीं दुनिया के पहले गणराज्य की आधारशिला रखी गई थी। संसद प्रणाली भी वैशाली में मौजूद थी। अमेरिका में जो राष्ट्रपति चुनाव से पहले जो डिबेट होती है, वो उस वक्त वैशाली में होती थी। कुछ तथ्य तो यहां तक कहते हैं कि अमेरिका में लोकतंत्र की नींव वैशाली के गणतंत्र को देखकर ही रखी गई।
दुनिया का सबसे बड़ा वाई-फाई जोन
आपको जानकार हैरानी होगी, लेकिन ये सच है कि सिर्फ इतिहास के पन्नों पर ही नहीं बल्कि वर्तमान में भी बिहार दुनिया में जगमगा रहा है। बिहार की राजधानी पटना में दुनिया का सबसे बड़ा वाई-फाई रेंज जोन है। एक-दो नहीं बल्कि पूरे 20 किलोमीटर के दायरे में इंटरनेट की मुफ्त सुविधा का फायदा उठा सकते हैं। अमेरिका, जापान आदि देशों किदूर-दूर तक गिनती नहीं है। हमारा पड़ोसी चीन भी इसमें हमसे बहुत पीछे है।
दुनिया को शून्य देने वाले आर्यभट की जन्मस्थली
शून्य के बिना गणित का क्या मोल है, ये किसी को बताने की आवश्यकता नहीं। दुनिया को शून्य देने वाले आर्यभट की जन्मस्थली भी बिहार ही है। शायद यही कारण है कि आज भी बिहार के लोगों की गणित बहुत तेज होती है। वो गणित में माहिर होते हैं।
IAS की फैक्ट्री है बिहार
देश में उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक आईएएस अधिकारी बिहार की भूमि से ही निकलते हैं। दिमाग में बिहारी बहुत तेज होते हैं। माना जाता है कि बिहारियों की गणित बहुत तेज होती है। उनका दिमाग बहुत तेज गति से चलता है। हालांकि 1990 के पहले आईएएस अधिकारियों के मामले में बिहार पहले स्थान पर था, लेकिन उसके बाद से इसमें गिरावट आने लगी। बिहार के छात्रों का ध्यान अब आईटी सेक्टर में अधिक लग रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों से दोबारा से बिहारी छात्रों में आईएएस के प्रति रूचि देखी जा रही है।
अपने अतीत को याद करता बिहार आज भी सिसकियां भरता है। कुरेदता है अपनी उन स्मृतियों को, जिसमें वो चहकता था, खिलखिलाता था और उसका फायदा उठाने वाला कोई नहीं था।