- दिल्ली के कई बड़े बाजारों में कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है
- इनमें चांदनी चौक, सदर बाजार, सरोजनी नगर और शहर के अन्य प्रमुख रिटेल और होलसेल मार्केट प्रमुख हैं
- कहा जा रहा है कि दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग वाले गोले जो पहले बनाए गए थे वो फिर बनेंगे
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में रोजाना इजाफा हो रहा है सरकार कह रही है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग रखें, मॉस्क पहनें और जरूरत पर ही घर से बाहर निकलें, भीड़ भाड़ ना लगाएं क्योंकि सावधानी इलाज से बेहतर है। मगर दिल्ली वालों पर इसका असर होता दिखाई नहीं दे रहा इसके उलट तस्वीर यहां के प्रमुख बाजारों में दिख रही है और जमकर कोविड-19 के नार्म्स की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 992 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,60,611 हो गई है। इसके अलावा चार और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 11,016 तक पहुंच गई है। दिल्ली में संक्रमण की दर 2.70 प्रतिशत है।अब तक 6.42 लाख से अधिक लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और इलाज करा रहे मरीजों की तादाद 7,429 है।
दिल्ली के कई बड़े बाजारों में कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है इनमें चांदनी चौक, सदर बाजार, सरोजनी नगर, क्नॉट प्लेस और शहर के अन्य प्रमुख रिटेल और होलसेल मार्केट प्रमुख हैं।
यहां पर बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के लोगों को देखा जा सकता है लोग कोरोना के खौफ से बेपरवाह पहले की ही तरह शॉपिंग आदि में मजे से व्यस्त दिख रहे हैं।दिल्ली समेत देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है लेकिन लोग अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे है।
बात अगर दिल्ली की प्रमुख सब्जी व फलों की होलसेल मंडी गाजीपुर की करें तो वहां कोरोना गाइडलाइंस की सरेआम धज्जियां उड़ रही हैं।
चांदनी चौक बाजार भी सुपर स्प्रेड एरिया में आता है लेकिन यहां की तस्वीरें ये साफ कहती हैं कि आखिर क्यों दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारी संख्या में लोगों की भीड़ बाज़ार में नजर आई, जो न तो मास्क लगाए हुई थी और न सोशल डिस्टेंस का पालन कर रही थी और आराम से शॉपिंग की जा रही है।
सरकार की सख्ती के बाद लोगों का कोरोना के प्रति लापरवाही कम नहीं हो रही है जिसके चलते दिल्ली में रोजाना कोरोना केसों में इजाफा हो रहा है। कहा जा रहा है कि यही हालात रहे तो दिल्ली में दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग वाले गोले जो पहले बनाए गए थे वो फिर बनेंगे, शायद उससे लोगों को कुछ सबक मिले क्योंकि अभी तो लोग कोरोना की गंभीरता को समझ ही नहीं रहे हैं।