- बोत्सवाना में बीते दो महीनों के दौरान 350 से ज्यादा हाथियों की मौत
- तमाम पर्यारवणविद् भी हुए हैरान, सरकार ने शुरू की जांच
- हाथियों की मौत के कारणों का लगाया जा रहा है पता, लैब टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार
नई दिल्ली: अफ्रीकी देश बोत्सवाना में जंगली जानवरों के लिए एक अलग ही संकट पैदा हो गया है। यहां पिछले दो महीने के दौरान यहां के ओकावांगो डेल्टा में 350 से अधिक हाथियों की मौत हो गई है। लगातार हो रही हाथियों की मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। बीबीसी के मुताबिक अफ्रीका में जिस तरह से हाथियों की आबादी घट रही है उसका एक तिहाई हि्ससा बोत्सवाना में से है।
सरकार ने करवाए टेस्ट
मरे हुए हाथियों की सैंकड़ों तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और अधिकतर की फोटो किसी पानी के तालाब या स्त्रोत के नजदीक हुई है ऐसे में अंदेश जताया जा रहा है कि कहीं हाथियों की मौत जहरीले पानी की वजह से तो नहीं हो रही है या फिर किसी ने पानी में जहर मिला दिया है। हालांकि बोत्सवाना की सरकार ने लैब टेस्ट करवाएं हैं जिनकी रिपोर्ट आने में अभी समय लग रहा है।
हाथियों की मौत में एक चीज कॉमन
वहीं ब्रिटेन स्थित नेशनल पार्क रेस्क्यू के डॉ. मैकेन ने बीबीसी से बातचीत करते हुए बताया था कि वन्यजीव संरक्षण से जुड़े लोगों ने सरकार को मई की शुरुआत में ही इस संकट के बारे में चेता दिया था लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। दूसरी तरफ कई लोग कह रहे हैं कि ये मौत सूखे की वजह से हुई है लेकिन यदि ऐसा है तो फिर मरने वाले सिर्फ हाथी ही क्यों हैं अन्य जानवर क्यों नहीं? जो हाथी मर रहे हैं उन सबमें एक चीज कॉमन हैं जो ये है कि सब मुंह के बल गिरे हुए दिखाई दे रहे हैं।
और भी जानकारी जुटाई जा रही है
वहीं एक आशंका यह भी जताई जा रही है कि कहीं ये कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है जो हाथियों में फैल गई है। हालांकि अभी तक किसी भी वजह के पुख्ता प्रमाण सामने नहीं आए हैं इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि हाथियों की मौत इस वजह से हुई है। फिलहाल दूसरे जानवरों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।