- भारत ने न्यूजीलैंड के मशहूर यूट्यूबर कार्ल रॉक को किया ब्लैकलिस्ट
- कार्ल ने न्यूजीलैंड की पीएम जैसिंडा अर्डर्न से मांगी मदद
- सरकार का आरोप- कार्ल ने किया था वीजा नियमों का उल्लंघन
नई दिल्ली: भारत सरकार ने न्यूजीलैंड के मशहूर यूट्यूबर कार्ल रॉक को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इस कार्रवाई के तहत वह एक साल तक भारत नहीं आ सकेंगे और उनका वीजा भी कैंसल कर दिया गया है। यूट्यूबर कार्ल रॉक पर पर्यटन वीजा के नाम पर कारोबार करने का आरोप है और यही वजह है कि सरकार ने उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। कार्ल ने इस फैसले के खिलाफ अपनी देश की पीएम जैसिंडा अर्डर्न से मदद मांगी है और दिल्ली हाईकोर्ट का भी रूख किया है।
लगे हैं ये आरोप
शुक्रवार को, उन्होंने यूट्यूब पर एक वीडियो डाला और वीडियो का शीर्ष दिया "क्यों मैं अपनी पत्नी को 269 दिनों से नहीं देखा है", जिसमें उन्होंने दावा किया कि भारत सरकार द्वारा ब्लैकलिस्ट किए जाने के परिणामस्वरूप उन्हें उनकी पत्नी मनीषा मलिक और उनके परिवार से अलग रहना पड़ रहा है। वहीं भारत सरकार ने कहा कि उन्हें पर्यटक वीजा पर व्यापार करने सहित कई वीजा मानदंडों का उल्लंघन करने के चलते ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है।
कार्ल की पत्नी ने किया हाईकोर्ट का रूख
वहीं कार्ल की पत्नी ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर उनका नाम ब्लैक लिस्ट से हटाने की मांग की है। याचिका के अनुसार, कार्ल रॉक 2013 से भारत आ रहे है और न्यूजीलैंड और भारत दोनों की नागरिकता रखते है। कार्ल की पत्नी ने यह भी दावा किया कि कार्ल ने सभी भारतीय कानूनों का पालन किया है और उसके पास X-2 वीजा है (भारतीय नागरिकों से शादी करने वालों को दिया गया)।
कार्ल ने मांगी मदद
रॉक ने यह भी कहा कि उन्हें भारत का वीजा निलंबित करने का कारण नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2020 में उस समय उनका वीजा निलंबित कर दिया गया जब वह हवाई अड्डे पर भारत से दुबई और पाकिस्तान की यात्रा कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अपने वीजा के निलंबन के बाद से न्यूजीलैंड में भारत के उच्चायुक्त और भारत में गृह मंत्रालय को कई बार पत्र लिखा है। हालांकि, उनके सभी अनुरोध अनुत्तरित रहे। कार्ल ने ट्विटर पर न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न से मदद की अपील की।