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'महाराजा जैसा लगा', अमृतसर से दुबई के बीच अकेले उड़ान, यात्री ने बयां किया 'यादगार' अनुभव

Updated Jun 25, 2021 | 10:51 IST

संयुक्‍त अरब अमीरात में रहने वाले एक कारोबारी को एयर इंडिया की फ्लाइट से अकेले ही अमृतसर से दुबई जाने का मौका मिला। उनका कहना है कि यह यात्रा उनके लिए बेहद यादगार रही।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
'महाराजा जैसा लगा', अमृतसर से दुबई के बीच अकेले उड़ान, यात्री ने बयां किया 'यादगार' अनुभव

अमृतसर : संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले एक भारतीय कारोबारी ने अमृतसर से यूएई के बीच अकेले ही एयर इंडिया की इंटनेशनल फ्लाइट से यात्रा की, जो उनके लिए एक यादगार अनुभव बन गया। उन्‍होंने कहा कि यात्रा के दौरान उन्‍होंने एक 'महाराजा' के जैसा महसूस कर रहा था। हालांकि इस दौरान उन्‍हें सहयात्रियों के न होने की कमी भी खूब खली।

व्यवसायी एसपी सिंह ओबेरॉय ने बुधवार को अमृतसर से दुबई के बीच की फ्लाइट बुक की थी, जिसकी उड़ान यात्रा करीब तीन घंटे की है। उनका कहना है कि जब वह उड़ान में सवार हुए तो यह जानकर हैरान रह गए कि विमान में वह अकेले यात्री हैं। 

'मैं बहुत भाग्‍यशाली रहा'

उन्‍होंने कहा, 'मैंने 23 जून को सुबह करीब 4 बजे अमृतसर से दुबई के लिए एयर इंडिया (AI-929) की फ्लाइट ली। मैं पूरी फ्लाइट में एकमात्र यात्री था। मैं बहुत भाग्यशाली रहा। अपनी यात्रा के दौरान मैं किसी महाराजा की तरह महसूस करता रहा।'

दस साल का गोल्डन वीजा रखने वाले और दुबई में कारोबार चलाने वाले ओबेरॉय ने कहा कि चालक दल ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया और यहां तक ​​कि खाली विमान के अंदर उनकी तस्वीरें भी ली गईं।

हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि बिना सहयात्रियों के ये यात्रा अंततः उबाऊ हो गई। अपना समय बिताने के लिए वह एयरबस 320 विमान की सीटों और खिड़कियों की संख्या भी गिनते रहे।

अगली बार नहीं करूंगा ऐसी यात्रा

उन्‍होंने कहा, 'अगर मुझे अगली बार अकेले यात्रा करने का मौका मिला तो मैं मना कर दूंगा। यह जीवन के एक अनुभव के रूप में एक बार के लिए अच्‍छा है, पर यह बहुत उबाऊ था।' उन्‍होंने कहा, 'मैंने 'जो बोले सो निहाल' और 'सत श्री अकाल' जैसे स्‍लोगन्‍स को बहुत मिस किया, जो आम तौर पर आमतौर पर पंजाब से विमान में सवार होने वाले यात्री विमान के टेक-ऑफ और लैंडिंग के दौरान बोलते हैं।'

ओबेरॉय को शुरू में एयर इंडिया ने फ्लाइट में चढ़ने की अनुमति देने से मना कर दिया था। लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी गई।