पणजी : गोवा के कलंगुट में सेक्स टॉय और वेलनेस प्रोडक्ट्स की दुकान एक ही महीने पहले ही खुली थी। यह देश में इस तरह की पहली दुकान थी, जिसका नाम कामा गिजमोस था। लेकिन एक महीने बाद ही इसे लेकर विरोध इतना बढ़ गया कि इसे बंद कर दिया गया। इसमें स्थनीय पंचायत की भूमिका अहम रही। सरपंच ने 'ऐसी गतिविधियों' को लेकर ऐतरात जताया तो पंचायत ने ट्रेड लाइसेंस नहीं होने की बात कही।
गोवा के जिस कलंगुट इलाके में यह दुकान खोली गई थी, वह पर्यटकों के चहल-पहल वाला इलाका है। यहां उत्पाद, कंडोम, स्प्रे, जेल्स, वाइब्रेटर्स, पेकर्स जैसे प्रोडक्ट्स बेचे जा रहे थे। कामा गिजमोस नाम की इस सेक्स टॉय एंड वेलनेस प्रोडक्ट्स शॉप को देश की पहली मान्यता प्राप्त ऐसी दुकान बताया गया, लेकिन स्थानीय पंचायत का कहना है कि इसके पास ट्रेड लाइसेंस नहीं है और इसलिए इसे चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्या है मामला?
पंचायत के आदेश पर बुधवार को इस स्टोर को बंद कर दिया गया। 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के अनुसार, कलंगुट के सरपंच दिनेश साइमपुरुषकर का कहना है कि उन्हें इस दुकान को लेकर शिकायतें मिली थीं। उसके पास ट्रेड लाइसेंस भी नहीं है। सोशल मीडिया और व्हाट्स एप के जरिये महिलाओं और पुरुषों, दोनों ने इसे लेकर शिकायतें की थी। उन्होंने कहा, 'हम इस तरह की गतिविधियों की अनुमति नहीं दे सकते।'
वहीं, कामा गिजमोस के दुकानदारों में से एक प्रवीण गणेशन का कहना है कि स्थानीय प्रशासन को इसे लेकर कुछ समस्या है। उन्होंने कहा कि उनका ट्रेड लाइसेंस का आवेदन प्रक्रिया में है। पंचायत अधिकारियों की ओर से उन्हें कहा गया था कि लाइसेंस कुछ दिनों में जारी हो जाएगा और तब तक वे स्टोर खोल सकते हैं। लेकिन 13 मार्च को पंचायत ने उनसे इसे बंद करने को कहा और तभी से यह बंद है।