- देश में सामाजिक समारोहों को काफी हद तक प्रतिबंधित कर दिया गया था
- सरकार की कवायद का मकसद अकेलापन और नागरिकों के बीच तनाव कम करना है
- जापान के पीएम सुगा ने टाटुशी सकामोतो को कैबिनेट में मंत्री के तौर पर शामिल किया है
अकेलापन यानि Loneliness एक ऐसी समस्या है जिससे किसी भी देश के बाशिदें पूरी तरह से मुक्त नहीं हैं, चाहे ये मुल्क विकसित हों या विकासशील सभी जगह अकेलापन है ये दीगर बात है कि कहीं ये ज्यादा है कहीं कम, बात दुनिया के बेहद विकसित देश जापान ( Japan) की करें तो ये देश अकेलेपन की दिक्कतों से कुछ ज्यादा ही दो-चार हो रहा है इसको देखते हुए सरकार ने अहम कदम उठाया है और इस काम के लिए एक मंत्री की नियुक्ति कर दी है जो लोगों के अकेलेपन, अवसाद और तनाव की दिक्कतों को समझकर उन्हें दूर करने की कोशिश करेगा।
बताते हैं कि जापान में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए प्रतिबंधों के कारण, देश में सामाजिक समारोहों को काफी हद तक प्रतिबंधित कर दिया गया था। देश में पिछले 11 सालों में पहली बार आत्महत्या और अकेलेपन की दर में काफी वृद्धि हुई है।
जापान के प्रधानमंत्री ने इस समस्या को दूर करने के खास काम के लिए अपनी कैबिनेट में मंत्री को बहाल किया है सरकार की कवायद का मकसद अकेलापन और नागरिकों के बीच तनाव कम करना है, जापान के पीएम सुगा ने टाटुशी सकामोतो को कैबिनेट में मंत्री के तौर पर शामिल किया है।
प्रधानमंत्री सुगा ने सकामोतो को पद पर बहाल करते वक्त कहा, 'महिलाएं विशेषकर ज्यादा अलगाव का शिकार हैं और खुदकुशी की दर उनमें ज्यादा है, मैं चाहूंगा कि आप मामलों को देखें और व्यापक रणनीति बनाएं, जिससे लोगों पर दबाव को हल्का किया जा सके।'
बताया जाता है कि साल 2020 में आत्महत्या से जापान में 20,919 लोगों की मौत हुई, जो 2019 की तुलना में 3.7 प्रतिशत बढ़ा है।देश में कोविड-19 महामारी से मुकाबला करने के लिए सख्तियों के कारण, देश में सामाजिक मेलजोल काफी हद तक प्रतिबंधित रहा है।
वहीं मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताते हैं कि जापानियों ने अकेलापन दूर करने का तरीका ढूंढा है जापान के लोग दोस्तों और परिवार को घर पर कुछ समय बिताने का ऑफर दे रहे हैं वो लोगों को खाना खिलाने का भी आमंत्रण भी दे रहे हैं कुछ लोगों ने इसके लिए बाकायदा विज्ञापन भी जारी किया है।
(सभी फोटो केवल प्रतीकात्मक उदेश्य से हैं)