जिस तरह से आप सड़कों पर अपनी कार तेज स्पीड से दौड़ाते हैं उसी प्रकार से आप अपनी कार को हवा में भी आसमान में दौड़ाना चाहते हैं तो आपका सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। पहली फ्लाईंग कार का सफल परीक्षण जापान में किया गया है। इसके धरातल पर उतरने से ना सिर्फ आम आदमी का सपना पूरा होगा बल्कि दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो सिटीज में भारी ट्रैफिक जाम से भी छुटकारा मिलेगा।
जापान की स्काईड्राईव इंक ने पहली फ्लाईंग कार का सफल परीक्षण किया है। कंपनी के इस परियोजना के प्रमुख ने बताया कि 2023 तक वे इसे बाजार में उतारने का प्लान बना रहे हैं। एक प्रेस कांफ्रेंस में इसके सफल परीक्षण की जानकारी दी गई। प्रेस कांफ्रेंस में एक वीडियो दिखाया गया जिसमें फ्लाईंग कार करीब 4 मिनट तक हवा में एक निश्चित क्षेत्र में रहा।
यह जमीन से करीब 1 से 2 मीटर की उंचाई पर था। हालांकि अभी सिर्फ इसे हवा में उड़ाने का परीक्षण किया गया है। सुरक्षा की दृष्ठि से अभी इस पर काफी काम किया जाना बाकी है। कंपनी ने कहा कि सुरक्षा से जुड़े अन्य जरूरतों को पूरा करने के बाद साल 2023 तक इसे बाजार में उतारने का प्लान है।
बता दें कि केवल जापान ही नहीं अन्य कई देश फ्लाईंग कार पर काम कर रहे हैं। कंपनी ने बताया कि दुनियाभर में 100 से ज्यादा इस तरह के प्रोजेक्ट पर काम चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी इसे करीब 5 मिनट तक ही उड़ाया जा सकता है। लेकिन भविष्य में इसे लगभग 30 मिनट तक हवा में उड़ाने के लिए सक्षम बनाने पर काम किया जा रहा है।
इसमें आगे चलकर कई संभावनाएं भी हैं। इसे अन्य देशों में निर्यात भी किया जा सकता है। बताया जाता है कि स्काईड्राइव ने साल 2012 में इस कार के निर्माण पर स्वैच्छिक रुप से काम करना शुरू किया था जिसमें बाद में टोयोटा, और पैनासोनिक जैसी बड़ी कंपनियों ने फंडिंग की थी।