इंदौर : लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में वन्यजीव रिहायशी इलाकों में घूमते नजर आए। तब ये माना गया कि लोगों की गतिविधियां थमने की वजह से ये वन्यजीव अपने ठिकानों से निकलकर मानव बस्तियों की तरफ बढ़े। अब सावर्जनिक गतिविधियों के शुरू हो जाने और हर तरफ हलचल बढ़ जाने के बाद भी वन्यजीव बाहर निकलते पाए जा रहे हैं। इंदौर शहर के आईआईटी के समीप एक चीते को कई बार देखे जाने के बाद वन विभाग ने उसे पकड़ लिया है।
तीन से चार साल की है मादा चीता
प्रभागीय वन अधिकारी टीएस सुलिआ ने कहा कि फेलाइड परिवार से आने वाला यह चीता तीन से चार साल का है। उन्होंने कहा, 'मादा चीता तीन से चार वर्ष की है। उसे आईआईटी के पास कई बार देखा गया। इसके बाद हमने इसे पकड़ लिया है। इस मादा चीते को जंगल में छोड़ दिया जाएगा।' इस चीते की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही हैं और लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं।
लॉकडाउन में वन्यजीव मानवबस्तियों की तरफ आए
कुछ दिनों पहले एक चीते और बंदर का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वीडियो में पेड़ पर एक बंदर बैठा था और उस पेड़ को चीता जोर-जोर से हिला रहा था। लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद होने की वजह से लोगों की दिलचस्पी भी वायरल वीडियो में बढ़ी है। लोगों ने अनोखे और विचित्र वीडियोज को शेयर कर उन्हें वायरल किया है। लॉकडाउन में प्रकृति के कुछ ऐसे दृश्य भी देखने को मिले जो पहले कभी सामने नहीं आए थे। लोगों ने इन वन्यजीवों को अपने कैमरे में कैद किया और फिर उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।