अब तक आपने इंसानों के बीच में गैंगवार सुना होगा। लेकिन क्या जानवरों में भी गैंगवार होता है। जनाब, जवाब ना में होगा। लेकिन आप जो कुछ पढ़ेंगे तो आपको यकीन करना होगा कि जानवरों में भी गैंगवार होता है। नागपुर की फॉरेस्ट टीम ने दो ऐसे बंदरों को पकड़ा है जो एक, दो या तीन नहीं बल्कि यह कई पपी की मौत के लिए जिम्मेदार हैं, ये दोनों बंदर अब कैद में हैं यानी सलाखों के पीछे हैं। वन्य जीव विभाग का कहना है कि इन दोनों बंदरों को पास के किसी जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
गुस्से में बंदर कर सकते हैं ऐसा काम
वन्य जीव विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कई दिनों से इस बात की शिकायत मिल रही थी कि दो बंदर, पिल्लों को निशाना बना रहे हैं। उन्हें पकड़ने की कोशिश की जाती थी। लेकिन वो बच निकलने में कामयाब हो जाते थे। लेकिन शनिवार को उन्हें पकड़ने में कामयाबी मिली। उन्हें पिंजड़े में कैद किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि बड़ी संख्या में इन बंदरों ने पिल्लों को निशाना क्यों बनाया तो इसके जवाब में अधिकारियों ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि किसी घटना में कुत्तों ने बंदरों के बच्चों पर हमला किया और बदला लेने की नीयत से ये बंदर पिल्लों को निशाना बनाते रहे हों।
दहशत में थे ग्रामीण
बंदरों के आतंक से गांव वाले भी दहशत में थे। गांव वालों का कहना है कि हर रोज किसी नी किसी पिल्ले के मरने की खबर मिलती थी। बंदर इस हद तक उत्पात मचाते थे कि घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। अब जब वन्य जीव विभाग की तरफ से कार्रवाई हुई है उसके बाद राहत मिली है। वन्य जीव विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कभी कभी भूख और प्यास से व्याकुल जानवर भी हिंसक हो जाते हैं।