नई दिल्ली : आपने कभी कल्पना की है कि आप ट्रेन में यात्रा कर रहे हों और पूरी ट्रेन में आपके अलावा और कोई यात्री ना हो। यह सुनने में अकल्पनीय लग रहा होगा लेकिन ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है।
दरअसल हुआ यूं कि नई दिल्ली से चलकर रांची को जाने वाली दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस केवल एक महिला यात्री को लेकर रांची पहुंची। इसके पीछे की वजह भी हैरान करने वाली है। दरअसल झारखंड के डाल्टनगंज स्टेशन पर कुछ लोग आंदोलन कर रहे थे जिसके बाद रेलवे ने सभी यात्रियों को उतार दिया लेकिन एक महिला उतरने को तैयार नहीं हुई।
2 सितंबर को नई दिल्ली से रांची जाने वाली राजधानी ट्रेन को एक प्रदर्शन के कारण डाल्टनगंज स्टेशन पर रोका गया। इसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर सभी यात्रियों को दूसरे यातायात के साधनों से भेज दिया गया। केवल एक महिला ने ट्रेन छोड़कर जाने से इनकार कर दिया क्योंकि वह बस से सफर करने को तैयार नहीं थी। ऐसे में केवल एक महिला यात्री के साथ राजधानी ट्रेन रांची पहुंची। हाजीपुर के सीपीआरओ राजेश कुमार ने ये बातें बताई।
आंदोलन की वजह से डाल्टनगंज में ट्रेन रोकना पड़ा। इसमें से 930 यात्रियों को उतार कर बस से भेजा गया लेकिन महिला बस से जाने को तैयार नहीं हुई जिसके आगे रेलवे को झुकना पड़ा और केवल उसे लेकर राजधानी ट्रेन अपने गंतव्य स्थल रांची पहुंची।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वह बी 3 कोच की 51 नंबर सीट पर बैठी थी और उसका नाम अनन्या है। रेलवे पटरियों पर टाना भगतों के आंदोलन के चलते रेलवे ने परिवर्तित रास्ते से उसे रांची पहुंचाया। अकेले होने के कारण उसकी सुरक्षा के लिए एक महिला सुरक्षाकर्मी सहित दो सुरक्षाकर्मी मौजूद थे।