कोरोना की वजह से भारत इस साल 74वां स्वतंत्रता दिवस को भले ही बड़े स्तर पर ना मना पाया हो, लेकिन इस साल भारत ने अपने स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है, वहीं शानदार टूरिस्ट सेंटर केंद्र नियाग्रा जलप्रपात भारत के स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे के रंग में रंगा नजर आया।दुनिया के सबसे खूबसूरत वॉटरफॉल्स में से एक नियाग्रा एक है जो भारतीय रंग में रंगा दिखाई दिया।
कनाडा के टोरंटो में स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने नियाग्रा झरने की तस्वीर जारी की है, तिरंगे के रंग में रंगे नियाग्रा जलप्रपात की खूबसूरती देखते ही बन रही थी और इसे सोशल मीडिया पर खासा पसंद किया जा रहा है।
वहीं भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर शनिवार को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर तिरंगा फहराया गया। यह पहली बार है जब इस प्रसिद्ध स्थल पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया है। अमेरिका के अलावा भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रह रहे भारतीयों ने भारत का 74वां स्वतंत्रता दिवस तिरंगा फहराकर, राष्ट्रगान और देश भक्ति भरे गीत गाकर मनाया।
न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनिशिया, सिंगापुर, चीन, बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), इजराइल और अन्य देशों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय मिशनों में कार्यक्रम आयोजित किए गए और वहां रह रहे हजारों भारतीयों ने तिरंगे और राष्ट्रगान के साथ पूरे उत्साह के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया।
चीन में इंडिया हाउस में फहराया गया तिरंगा
बीजिंग में भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री ने स्वतंत्रता दिवस पर ‘इंडिया हाउस’ में तिरंगा फहराया और बीजिंग में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। ध्वजारोहण के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मिस्री ने राष्ट्र के नाम दिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संदेश पढ़ा।
न्यूयॉर्क में ऐतिहासिक आयोजन
इस आयोजन में उप महावाणिज्यदूत शत्रुघ्न सिन्हा, एफआईए के अध्यक्ष अंकुर वैद्य, एफआई के अनुभवी सदस्य और प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी फिजिशियन सुधीर पारेख, उद्योगपति एच.आर. शाह, एफआईए के पूर्व अध्यक्ष आलोक कुमार सहित संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और भारतीय समुदाय के काफी लोगों ने हिस्सा लिया। लोगों को संबोधित करते हुए जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के लिए आगे का रास्ता और नए भारत के निर्माण के लिए खाका तैयार किया है और हम उसी खाके के अनुरूप देश को आगे ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।