लाइव टीवी

Rajasthan: सडक हादसे में गई थी पत्नी की जान, उसी जगह पर याद में बनवा डाला मंदिर

Updated Oct 14, 2019 | 11:23 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Rajasthan News: सड़क हादसे में अपनी पत्नी की मौत हो जाने के बाद शख्स ने उसकी याद में मंदिर बनवा डाला।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspGetty Images
सड़क हादसा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जयपुर : शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया था कुछ इसी प्रकार आज के जमाने में 54 वर्षीय शख्स ने अपनी पत्नी की मौत के बाद उसकी याद में शख्स ने मंदिर बनवा डाला। मामला राजस्थान का है। सिकार जिले में फतेहपुर के निकट एक सड़क हादसे में शख्स ने अपनी पत्नी को खो दिया था। उसी जगह पर इस शख्स ने अपनी पत्नी की याद में एक हनुमान जी का मंदिर बनवा डाला। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबित शख्स हरियाणा के जींद का रहने वाला बताया जाता है। उसके इस भले कार्य को पूरा करने के लिए स्थानीय होटल ने उसे चंदा भी दिया। 16 अगस्त को जुतेंद्र कौशिक अपने दो बेटों और दो बहू, एक पोते और अपनी पत्नी के साथ हरियाणा के जींद के सालासार मंदिर के दर्शन के लिए निकले। ये सभी दो वाहनों से निकले थे और 17 अगस्त तक मंदिर पहुंचने का प्लान बनाया था। 

उसने बताया कि वह एक वाहन पर अपने बड़े बेटे, बहू और पोते के साथ था जबकि दूसरे वाहन पर छोटा बेटा, उसकी पत्नी और एक बहू थे। फतेहपुर बस स्टैंड पहुंचने पर दूसरे वाहन का सामने से आ रहे एक टैंकर से टकराने से एक्सीडेंट हो गया। उसकी जितेंद्र की पत्नी को काफी चोटें आई जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। 

उसे किस तरह वहां पर मंदिर बनाने का आइडिया आया इस पर बात करते हुए उसने बताया कि जब मैं दोबारा वहां पर गया तो मुझे उस इलाके में 8 किमी तक एक भी मंदिर नहीं दिखा। इसके बाद ही मेरे मन में वहां पर अपनी पत्नी की याद में एक मंदिर बनाने का विचार आया। उसने बताया कि मेरी पत्नी की जान तो चली गई लेकिन मैं चाहता हूं कि हनुमान जी आगे चलकर दूसरों की जान बचाएं। 

होटल कर्मचारी सतपाल चौधरी जिसने इस काम में जितेंद्र की मदद की उसने बताया कि उस सड़क हादसे का वह चश्मदीद गवाह है इसलिए मैं उसके सपने को पूरा करना चाहता था। उसकी पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए किसी ने भी मदद नहीं की थी, ऐसे में मैं उसे अपनी गाड़ी से अस्पताल ले गया था। अब जितेंद्र जी इस इलाके में एक मंदिर बनाने का पुण्य काम करना चाहते हैं जिसके लिए मैं मना नहीं कर पाया।