- लोग ट्रैफिक नियम मानें इसके लिये पुलिस आए दिन कोई न कोई अभियान चलाती रहती है
- बेंगलुरु पुलिस ने पुतलों को ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनाकर सड़कों पर तैनात किया है
- बेंगलुरु की सड़कों पर लगभग 71 लाख वाहन गुजरते हैं
ट्रैफिक नियम लोगों की सुरक्षा के लिये बनाए गए हैं लेकिन ऐसे बेहद कम लोग हैं जो उसका पालन करते हैं। लोग ट्रैफिक नियम मानें इसके लिये पुलिस आए दिन कोई न कोई अभियान चलाती रहती है। ऐसे में सड़क हादसों से लोगों को बचाने के लिये बेंगलुरु पुलिस ने एक अनोखा कदम उठाया है। लोग सिंगनल जंप न करें या ओवरस्पीडिंग से उनकी दुर्घटना न हो इसलिये बेंगलुरु पुलिस ने पुतलों को ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनाकर सड़कों पर तैनात किया है। यह पुतले दिखने में फिट लगते हैं, जिन्हें रिफ्लेक्टर जैकेट, सफेद शर्ट, खाकी पैंट्स, टोपी और काले जूते पहनाए गए हैं।
1 करोड़ 20 लाख की आबादी वाले शहर बेंगलुरु में ऐसे ही लगभ 200 पुतलों को ट्रैफिक पुलिस की वर्दी में अलग-अगल स्थानों पर तैनात किया जाएगा। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि यातायात पुलिस का यह अनोखा आडिया कितना काम करेगा।
पुलिस को कहां से आया ये आइडिया
संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) बी आर रविकांथ गौड़ा ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी को देखते ही मोटर चालकों का व्यवहार अपने आप बदल जाता है। पुलिस को हर जगह तैनात नहीं किया जा सकता है और इसलिए हमने पुतलों को लगाने का फैसला किया है। पुतलों को अगले दिन असली पुलिसकर्मी के साथ बदल दिया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मोटर चालक नियमों का पालन करें। इस सप्ताह की शुरुआत 30 पुतलों के सी की गई थी, जिसे अब 170 पुतलों में तबदील किया जा चुका है।
रविकांथ गौड़ा ने आगे बताते हुए कहा, हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक गाड़ी चलाने वाला न सिर्फ अपनी सुरक्षा के लिए बल्कि अन्य मोटर चालकों और पैदल चल रहे लोगों की सुरक्षा के लिए भी यातायात नियमों का पालन करे। इस तरह सड़कों पर सुचारू रूप से वाहनों की आवाजाही और कम ट्रैफिक जाम लगेंगे।
बेंगलुरु पुलिस की इस पहल की सोशल मीडिया पर हो रही जम के तारीफ
बेंगलुरु की सड़कों पर लगभग 71 लाख वाहन गुजरते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहना कर खड़े किये गए इन पुतलों की सराहना हो रही है। लोगों को लगता है कि यह अच्छा प्रयोग है। पुतले को अलग-अलग स्थानों पर अक्सर स्थानांतरित करते रहना चाहिये।
बता दें कि बेंगलुरु की आबादी 1 करोड़ 20 लाख है, जिसमें से सड़कों पर लगभग 71 लाख गाडियां दौड़ती हैं। वहीं, हर साल ट्रैफिक पुलिस लगभग 1.5 लाख रु का चालान वसूलती है। न सिर्फ बेंगलुरु में बल्कि देश के अन्य शहरों में भी ट्रैफिक पुलिस लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुक करती रहती है।