नई दिल्ली: मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है और यह निश्चित रूप से एक समय के बाद आपको लाभ पहुंचाती है। हरियाणा के सोनीपत के एक किसान के बेटे के मामले में ये बात सच हुई है। उसे जीवन बदलने वाली नौकरी मिल गई है। 22 साल के अवनीश छिकारा होम ट्यूशन देकर अपनी बीटेक की फीस देते थे और अब उन्हें 67 लाख रुपए के सालाना पैकेज पर अमेजन में नौकरी मिल गई है।
सोनीपत में दीनबंधु छोटू राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (DCRUST), मुरथल का छात्र अवनीश क्रावेरी गांव के किसान का बेटा है। उसके पिता ड्राइवर भी हैं। दृढ़ संकल्प से मिली उपलब्धि ने उसके माता-पिता को वास्तव में गर्वित किया है।
मीडिया से बात करते हुए उसने अपने परिवार के सीमित संसाधनों को देखते हुए उन चुनौतियों का उल्लेख किया जिनका उन्हें सामना करना पड़ा था। 'इंडिया टाइम्स' की खबर के अनुसार, उसने कहा कि एक समय था जब मेरे पास विश्वविद्यालय की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन मैं किसी तरह आंशिक रूप से ट्यूशन देकर फीस भरने में कामयाब रहा।
अवनीश ने यह भी बताया कि इंजीनियरिंग की क्लास के बाद वह रोजाना 10 घंटे पढ़ाई करता था। उसने महामारी के दौरान 2.40 लाख रुपए के मासिक स्टाइपेंड पर अमेजन में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया था। इंटर्नशिप के दौरान उसके काम से प्रभावित होकर अमेरिकी टेक दिग्गज ने उसे 67 लाख रुपए प्रति वर्ष के पैकेज की पेशकश की। एक साल बाद यह पैकेज 1 करोड़ रुपए तक जा सकता है।
DCRUST के कुलपति प्रोफेसर अनायत ने अवनीश की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि मामूली पृष्ठभूमि के एक छात्र ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि अन्य छात्र अवनीश की कहानी से प्रेरणा लेंगे और अधिक से अधिक चीजों के लिए प्रयास करेंगे।