गया के रहने वाले एक शख्स जिसका नाम संजय है और वो ठेले पर चाय बेचते हैं उन्होंने मानवता की ऐसा मिसाल पेश की है जिसे देखकर बड़े से बड़े रईस भी शर्मा जाएं उन्होंने गरीबों, विक्षिप्तों की सेवा के लिए घर अपना मकान गिरवी रख दिया जिसे बाद में उसी शख्स के हाथों बेच दिया क्योंकि गरीबों की सेवा के लिए उन्हें और पैसा मिल जाए।
संजय को दिनभर चाय आदि सामान बेचने से जो कमाई होती है, उससे वह गरीबों, भूखों और विक्षिप्त लोगों को खाना खिलाने का कार्य करते हैं बताते हैं कि संजय को यह प्रेरणा उसके पिता से मिली थी यानी उनके परिवार में यह दानशीलता की परंपरा पहले से ही है।
कमजोर, विकलांग और भूखे लोगों को खाना खिलाते आ रहे हैं
माली हालत अच्छी ना होने के बाद भी संजय रोजाना करीब 20 से 25 या कभी इससे अधिक संख्या में जुटे गरीब, मानसिक रूप से कमजोर, विकलांग और भूखे लोगों को खाना खिलाते आ रहे हैं, वह रोज सुबह ठेले के पास मौजूद गरीबों को चाय और बिस्किट भी बांटते हैं। संजय सुबह होते ही गरीबों की सेवा में जुट जाते और ऐसा करना अब उनका जुनून बन गया है, संजय की इच्छा है कि यहां गरीबों के लिए एक रैन बसेरा बन जाए।