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लॉकडाउन में 86 वर्षीय बुजुर्ग ने खोली चाय की दुकान, पुलिस ने दिया 'राशन दंड'

Updated Apr 25, 2020 | 20:19 IST

West Bengal coronavirus lockdown: कोलकाता में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस ने एक बुजुर्ग को 'राशन दंड' दिया है।

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बुजुर्ग को राशन देते पुलिसकर्मी।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जंग में स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी असली हीरो बनकर सामने आए हैं। स्वास्थ्यकर्मी जहां अस्पतालों में मोर्चा संभाले हुए हैं वहीं पुलिसकर्मी सड़कों पर जी जान से जुटे हुए हैं। अपनी सख्तियों के लिए मशहूर पुलिस लॉकडाउन में लोगों का खास अंदाज में ख्याल रख रही है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पुलिस ने एक जरूरतमंद बुजुर्ग चाय बेचने वाले की मदद कर लोगों का दिल जीत लिया। पुलिस ने 86 वर्षीय बुजुर्ग को लॉकडाउन में दुकाने खोलने के लिए अनोखी सजा यानी 'राशन दंड' दिया। दरअसल, पुलिस को जब पता चला कि बुजुर्ग ने मजबूरी में अपनी चाय की दुकान खोली है तो उन्होंने राशन खरीदकर देने का फैसला किया। यह वाकया एनटली पुलिस थाना क्षेत्र का है।

फुटपाथ पर खुला था चाय-स्टॉल

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एनटली पुलिस ओसी देबाशीष दत्ता ने खुद बुजुर्ग प्रीति रॉय को 3 किलो चावल और दाल सौंपी। राशन मिलने के बाद रॉय ने पुलिस से वादा किया कि वह लॉकडाउन खत्म होने तक दुकान नहीं खोलेंगे। यह मामला तब सामने आया जब इस क्षेत्र से गुजरने वाले किसी व्यक्ति ने चाय-स्टॉल को को खुला देखा। चाय-स्टॉल सामान्य रूप से एनटली फुटपाथ पर खुला था। उस व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट की और लालबाजार के वरिष्ठ पुलिसकर्मियों को टैग करते हुए उन्हें हस्तक्षेप करने के लिए कहा। एक अन्य ट्विटर यूजर सुभ्रज्योति चौधरी ने रॉय की दुकान की तस्वीर के साथ कमिश्नर अनुज शर्मा को टैग किया। 

लोगों की शिकायत के बाद लालबाजार पुलिसकर्मियों ने एनटली पुलिस से हस्तक्षेप करने की गुजारिश की। जब ओसी ओसी देबाशीष दत्ता जांच करने गए तो उन्हें पता चला कि बुजुर्ग प्रीति रॉय को मदद की जरूरत है। यह पूछे जाने पर कि जब दुकान नहीं खोलने के सख्त आदेश हैं तोउन्होंने ऐसा क्यों किया? इसपर बुजुर्ग ने कहा कि उन्हें लॉकडाउन के बारे में पता था लेकिन जिंदा  रहने के लिए दुकान खोलने को मजबूर होना पड़ा। 

राशन मिलने के बाद रॉय बेहद खुश

एक अधिकारी ने कहा कि एनटली के कई हिस्से कंटेंमेंट जोन में हैं और हम उन्हें दुकान खुली रखने की अनुमति नहीं दे सकते थे। लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए, हमने मदद करने का निर्णय किया। पुलिस ने बुजुर्ग को इस शर्त पर राशन देने का फैसला किया कि वह लॉकडाउन के दौरान अपनी दुकान नहीं खोलेंगे। रॉय राशन मिलने के बाद बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, 'मेरे आय कम है, लेकिन यह राशन मुझे कई दिनों तक जीवित रहने में मदद करेगा। मैंने पुलिस अधिकारियों से वादा किया है कि मैं अपनी दुकान नहीं खोलूंगा। इसके अलावा, मैं उन लोगों को भी रोकूंगा जो सड़कों पर थूकेंगे।'