इंडोनेशिया के एक गांव में सड़क पर खून जैसा लाल पानी बहते देख कर लोगों हैरान रह गए, ये मामला अभी दो दिन पहले का है, दरअसल ऐसा ही मामला इससे पहले बांग्लादेश से भी सामने आ चुका है उस वक्त वहां बकरीद पर ढाका शहर की सड़कों पर तमाम जगहों पर लाल पानी दिख रहा था। वहां पर भी उस वक्त बताया गया था कि बकरीद पर कुर्बानी वाले दिन शहर के ड्रेनेज सिस्टम में कुछ खराबी आ गई थी जिससे वहां जानवरों की कुर्बानी के बाद निकला ब्लड पानी में मिलकर सड़कों को लाल बना रहा था।
अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर सेंट्रल जावा के पेकलोंगन शहर के एक गांव की तस्वीरें और वीडियो शेयर किए जा रहे थे जिसे देखकर लग रहा था कि शहर की सड़कों पर खून जैसा बह रहा है और ये काफी एरिए में था लोगों को देखकर लगा कि ये तो खून जैसा है और लोग ऐसी फोटो देखकर कमेंट करने लगे और ये फोटोज काफी वायरल होने लगीं।
मगर हकीकत में ऐसा नहीं था दरअसल पेकलोंगन शहर पारंपरिक इंडोनेशियाई डाईंग तकनीक में इस्तेमाल होने वाली बाटिक के उत्पादन के लिए जाना जाता है बताया गया कि यहां बाढ़ आई थी जिसमें एक डाईंग फैक्ट्री से लाल रंग निकलकर पानी में मिल गया जिससे वो लाल रंग सड़कों पर दिखने लगा।
इस नजारे को देखकर लगा कि मानों खून की नदियां बह रही हों और लोग इसपर अपने कमेंट देने लगे वहीं सोशल मीडिया पर इसे लेकर लोगों ने चिंता भी जाहिर की कि इसका इस्तेमाल झूठ फैलाने में ना हो।
वहीं साल 2016 में बकरीद के मौके पर बांग्लादेश के ढाका की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थीं इन तस्वीरों में हर तरफ लाल पानी नजर आ रहा था ढाका की सड़कों का भरा बारिश का पानी बकरीद पर की गई पशुओं की कुर्बानी की वजह से लाल हो गया था और इसे देखकर ऐसा लगने लगा मानों खून की नदियां बह रही हों।
मगर वहां इसके पीछे की वजह कुछ और ही थी उस दिन वहां जबरदस्त बारिश हुई थी और ड्रेनेज सिस्टम खराब होने की वजह से कुर्बानी दिए गए जानवरों का खून पानी में मिल गया और सड़कें खून से लाल हो गई वहीं इससे मिलता जुलता अब मामला इंडोनेशिया में सामने आया तो लोग बांग्लादेश को भी याद करने लगे।
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