नई दिल्ली : वर्ष 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण गुरुवार को सुबह करीब आठ बजे से ग्यारह बजे तक लगा। इस ग्रहण भारत समेत श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर, उत्तरी मारियाना द्वीप, गुआम, सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में देखा गया। भारत के कई शहरों में खासकर दक्षिण भारत के राज्यों में स्पष्ट देखा गया। लेकिन सूर्य ग्रहण को लेकर कई अंधविश्वास सदियों से चले आ रहे हैं। हम विज्ञान के युग में जी रहे हैं। लेकिन हमारे समाज के कुछ तबके आज भी दकियानूसी विचारों के साथ चल रहे हैं।
कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में अंधविश्वास के चलते कुछ लोगों ने सूर्य ग्रहण के दौरान अपने छोटे-छोटे बच्चों को आंशिक रूप से रेत में दफन कर दिया गया। ग्रामीणों ने अपने बच्चों को गले तक मिट्टी में दफन कर दिया। उन लोगों का मानना है कि ऐसा करने से सूर्य ग्रहण के प्रभाव से बच्चों को कोई नुकसान नहीं होगा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।