वाराणसी : बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के अस्पताल से के चौथे मंजिल से कूद कर 21 वर्षीय एक कोरोना मरीज युवक ने अपनी जान दे दी। यूनिवर्सिटी के सर सुंदरलाल हॉस्पीटल के चौथे मंजिल से युवक ने रविवार देर रात कूद कर अपनी जान दे दी। उसे फौरन इसके बाद अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसएस हॉस्पीटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. एसके माथुर ने बताया कि 21 वर्षीय मृतक अंकित पाठक फुलपुर थाने के अंतर्गत कैथोली गांव का रहने वाला है। उसे 16 अगस्त को हॉस्पीटल के इमरजेंसी वॉर्ड में लाया गया था। वह साइकोसिस से पीड़ित था। उसे भर्ती करने के बाद कोविड प्रोटोकॉल के तहत रखा गया था। कोविड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे कोविड वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
उसने 11 बजे सुबह भी कूद कर जान देने की कोशिश की थी लेकिन वह नाकाम रहा। हॉस्पीटल स्टाफ उसे वापस उसके बेड पर ले आए और फिर उसका काउंसलिंग सेशन कराया गया। उसके परिवार को कॉल करके कहा गया कि वे उसे यहां से घर ले जाएं क्योंकि उसके मेंटल हेल्थ का इलाज घर पर ही बेहतर हो सकता था, लेकिन परिजनों ने उसे घर ले जाने से इनकार कर दिया और अस्पताल में इलाज जारी रखने को कहा।
सिटी एसपी विकास चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद मरीज के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि परिजनों ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। लंका इंस्पेक्टर महेश पांडे ने कहा कि बीएचयू चीफ प्रॉक्टर ने हमें बताया कि हॉस्पीटल के चौथे मंजिल से एक मरीज कूद गया है।
उसे फौरन ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया जिसके बाद उसके शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। अंकित की बहन प्रीति मिश्रा ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने हमें बताया कि अंकित ने अस्पताल के चौथे मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी है। उसकी मां ने आरोप लगाया है कि अस्पताल की लापरवाही के उसने अपना बेटा खोया है, हालांकि उसके परिजनों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। डीएम कुशाल राज शर्मा ने इस संबंध में आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं।