- वाराणसी के मंडलीय व दीनदयाल अस्पताल ने अपने यहां स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कर लिया
- मंडलीय व दीनदयाल अस्पताल में 20-20 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किए गए
- स्वास्थ्य विभाग ने जिले के अस्पातलों के मेडिकल यूनिट को सतर्क रहने के निर्देश दिए
Varanasi Dengue News: बरसात खत्म होने बाद अब डेंगू और मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा मंडराने लगता है। हालांकि सरकार हर साल इससे निपटने के लिए हर संभव कोशिश करती रहती हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के मंडलीय व दीनदयाल अस्पताल ने अपने यहां स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने जिले से सभी अस्पतालों की मेडिकल यूनिट को डेंगू से लड़ने के लिए अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
इसको ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मंडलीय व दीनदयाल अस्पताल में 20-20 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किए गए है। इस वार्ड में सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं। वहीं खिड़कियों और दरवाजों को कांच और जाली से सुरक्षित किया गया है। वहीं सामुदायिक केंद्रों में डेंगू के मरीजों के लिए 2-2 बेड की अलग सुविधा भी शुरू की गई है।
पूर्वांचल के कई जिलों में डेंगू के केस
इसको लेकर भी स्वास्थ्य विभाग तैयारी कर रहा है। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में वाराणसी में डेंगू के संदिग्ध रूप से 20 मामले सामने आए हैं, जिसके सैंपल बीएचयू और दीनदयाल अस्पताल भेजे गए हैं। वहीं पूर्वांचल के कई जिलों में लगातार डेंगू के केस आ रहे हैं, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने जिले के अस्पातलों के मेडिकल यूनिट को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। विभाग की ओर से डेंगू से जुड़ी सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ब्रिजेश पंडित ने भी खास निर्देश दिए हैं।
कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जारी
बताया जा रहा है कि शहर में निजी अस्पतालों और बीएचयू में अभी तक डेंगू के कुल 6 मामले सामने आ चुके हैं। इसके प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग खाली प्लाटों, जलजमाव वाली जगहों को ढूंढकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी कर रहा है, ताकि लोगों के लिए डेंगू का खतरा पैदा न हो सके। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से खास अभियान भी चलाया जा रहा है।