- 17 जुलाई से क्रूज से कर सकेंगे मार्कंडेय धाम की यात्रा
- रविदास घाट से सवार होकर श्रद्धालु जा सकेंगे मार्कंडेय महादेव धाम
- पाथवे निर्माण के अलावा यात्री विश्राम स्थल और छतरियों का भी हो रहा निर्माण
Varanasi Cruise Service News: वाराणसी में रविदास घाट से दर्शनार्थी अब क्रूज से मार्कंडेय धाम की यात्रा 17 जुलाई से कर सकेंगे। गंगा से गोमती संगम पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए घाट पर विशेष व्यवस्था होगी। पर्यटन विभाग के मुताबिक रविदास घाट से राजघाट तक क्रूज संचालन की सफलता के बाद मार्कंडेय धाम तक क्रूज संचालन का फैसला किया गया है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव के मुताबिक विभाग धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आध्यात्मिक केंद्रों के मूल स्वरूप को संरक्षित करते हुए विकास के नए अयाम से जोड़ रहा है।
इसी क्रम में रविदास घाट से मार्कंडेय धाम तक क्रूज चलाने का फैसला किया गया। धाम में पर्यटकों की सुविधाओं में इजाफा करने के लिए शौचालय आदि का निर्माण कराया गया है। यहां पाथवे निर्माण के अलावा यात्री विश्राम स्थल और छतरियों का निर्माण कराया जा रहा है।
पूर्वांचल के लिए आस्था का केंद्र है मार्कंडेय महादेव का धाम
आपको बता दें कि गंगा गोमती के संगत पर मार्कंडेय महादेव अब धार्मिक पर्यटन के नए केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। मार्कंडेय ऋषि की साधना स्थली को केंद्र व प्रदेश सरकार के सहयोग से सजाया और संवारा जा रहा है। गंगा-गोमती के घाटों को नए कलेवर में सजाकर पर्यटन का नया ठिकाना विकसित किया जा रहा है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के चलते गंगा व गोमती के घाट पूरे दिन गुलजार रहता है।
मार्कंडेय महादेव मंदिर में रोजाना आते हैं हजारों श्रद्धालु
जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर गंगा गोमती संगम के किनारे वाराणसी, गाजीपुर, गोरखपुर एनएच के किनारे दाहिने तरफ स्थित मार्कंडेय महादेव मंदिर का प्रसिद्ध मंदिर है। मार्कंडेय महादेव मंदिर में वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, चंदौली, आजमगढ़, जौनपुर, मऊ, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर समेत कई जनपदों के लोग यहां रोजाना आते हैं।
मोटर बोट चलाने की भी तैयारी
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए यहां के सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने पहल की है। मंदिर जीर्णोद्धार व गंगा घाट को राजस्थान के गुलाबी पत्थरों से सजाया गया है। यहां गंगा गोमती संगम घाट व गंगा घाट पर लगाए गए जेटी लोगों को आकर्षित कर रही है। वीरान सा दिखने वाला यह इलाका अब बदला-बदला सा दिखाई दे रहा। यहां के घाटों पर सैलानियों की आमद लगातार बढ़ने से रोजगार भी बढ़ रहा है। यहां सैलानियों के लिए मोटर बोट चलाए जाने की तैयारी है।