- फास्ट फूड का ठेला लगाने वाले शख्स ने की आत्महत्या
- कमरे से मिला सुसाइड नोट, जांच में जुटी पुलिस
- मृतक से अलग रहती थी पत्नी और बेटी
Varanasi Fast Food Vendor Suicide: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां एक शख्स ने शुक्रवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 40 वर्षीय शख्स के कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। नोट में हैरान करने वाली बातें लिखी हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच में जुट गई है। जानकारी के अनुसार, भेलूपुर थाना इलाके के न्यू कालोनी में किराए के मकान में रहने वाले 40 साल के शख्स ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जय शंकर तिवारी के रुप में हुई है।
जयशंकर तिवारी ककरमत्ता रोड पर चाउमीन का ठेला लगाता था और जीवनयापन कर रहा था। उसकी पत्नी और बेटी उससे अलग रहते थे। पुलिस ने उसके कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। इसमें उसने आर्थिक तंगी और कर्ज की बात लिखी है।
लॉकडाउन से पहले किराये पर लिया था कमरा
मूल रूप से भेलूपुर पानी टंकी के पास रहने वाले भरत तिवारी के बेटे जयशंकर ने 18 साल पहले प्रेम विवाह किया था। जयशंकर की एक बेटी है। हालांकि पत्नी से विवाद के बाद वह अलग रहने लगा था। लॉकडाउन से पहले उसने किराये पर कमरा लिया था। वह ठेले पर फास्ट फूड बेचकर जीवनयापन कर रहा था। बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े छह बजे वह कमरे से नीचे आया था। ठंडे पानी की बोतल लेकर कमरे में गया था। उसके बाद वह नीचे नहीं उतरा तो मकान मालिक ने ऊपर जाकर देखा।
कर्जदारों से ब्याज पर ले रखी थी बड़ी रकम
मकान मालिक ने देखा जय शंकर फंदे पर लटक रहा था। मकान मालिक ने तुरंत पुलिस और उसके परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। भाई जयशंकर की आत्महत्या की खबर मिलते ही बड़ा भाई राजेश और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है। नोट में लिखा था कि कर्जदारों से बड़ी रकम ब्याज पर ले रखी थी। कर्जदार लगातार उसे परेशान कर रहे थे। चाऊमीन बेचने के बाद होने वाली कमाई ब्याज पर रुपये देने वाले शाम को ले लेते थे। इस वजह से वह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था।
चाउमीन और मंचूरियन का लगाता था स्टाल
वहीं, मृतक के भाई अजय ने बताया कि जय पिछले कई साल से ककरमत्ता में चाउमीन और मंचूरियन का स्टाल लगाता था। भाई को काफी दिन से फाइनेंस वाले परेशान कर रहे थे। फाइनेंस कंपनी वालों का हमारे पास भी फोन आया था, हमने उससे पूछताछ भी तो उसने कुछ बताया नहीं था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।