- बंद किए गए पीपा पुल वाराणसी को चंदौली, मिर्जापुर, जौनपुर और गाजीपुर से जोड़ते हैं
- पुल पर आवागमन करने वाले हजारों लोगों की बढ़ेगी परेशानी
- बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए लिया गया निर्णय
Varanasi Cask Bridge News : बारिश के मौसम की शुरुआत को देखते हुए गंगा, वरुणा और गोमती नदी पर बने पीपा पुल बंद कर दिए गए हैं। पीपा पुल जिले के अलावा चंदौली, मिर्जापुर, जौनपुर व गाजीपुर जिलों को जोड़ते थे। इन पुलों से हजारों लोग आवागमन करते हैं। अब उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्हें आने-जाने के लिए लम्बी दूरी तय करनी होगी।
टिकरी के सामने रैपुरिया घाट से पीपा पुल हटने से लोगों को वाराणसी आने के लिए करीब 25 किलोमीटर और रजला-बरहापुर के पुल बंद होने से करीब 15 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। वहीं कैथी के पुल बंद होने से मार्कंडेय महादेव मंदिर दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को 25 से 35 किमी अतिरिक्त यात्रा करनी होगी। अब ये सभी पुल बारिश बंद होने के बाद फिर बनाए जाएंगे।
इन पुलों को किया जा रहा बंद
जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड) के अधिशासी अभियंता सुग्रीव राम ने बताया कि बारिश के मौसम को देखते हुए गंगा नदी पर टांडा कला बाजार (चंदौली) से कैथी, गोमती नदी पर बने नियार रजला से बरहपुर (जौनपुर), वरुणा पर बघवानाला से ढेलवारिया और गंगा पर रैपुरिया घाट (मिर्जापुर) से टिकरी (वाराणसी) पर बने पीपा पुल बंद कर दिए गए हैं। पुल से निकाली गई सामग्री सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा कर ली गई है। अब बारिश का मौसम बीत जाने के बाद इन पुलों को दोबारा बनाया जाएगा।
नदियों का जलस्तर बढ़ने से परेशानी
टिकरी के सामने रैपुरिया घाट को जोड़ने के लिए पीपा पुल को बनाया गया था। इस पीपा पुल को खोलकर आवागमन बन्द कर दिया गया। लोक निर्माण के कर्मचारियों ने इस पुल से लोहे के स्लीपर हटवा दिए हैं। अब इधर से गुजरने वाले लोगों को 25 किमी घूमकर यात्रा करनी होगी। वहीं, इस घाट पर गंगा में पानी का बहाव बढ़ जाने से चितईपुर पुलिस ने नौ नाव संचालकों को नोटिस देकर नाव का संचालन नहीं करने का निर्देश दिया। बता दें इस पुल से खासकर चंदौली के कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव मंदिर श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
कैथी-टांडा कला का पीपा पुल भी बंद
बता दें कि जला-बह्मपुर पीपा पुल हटा दिए जाने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। इस पुल से वाराणसी, जौनपुर और गाजीपुर के 50 से अधिक गांवों के लोगों का आवागमन हो रहा था। अब इन गांवों के लोगों को करीब 10 से 15 किलोमीटर की दूरी की अतिरिक्त यात्रा करनी होगी। पहली बार बघवानाला से ढेलवरिया के बीच बने पीपा पुल को भी बंद किया गया है। अब लोगों को चौकाघाट या नख्खीघाट पर बने पक्के पुल से होकर आवागमन करना होगा।