वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मोबाइल लैब लबाइक (धनवंतरि चलंत अस्पताल) का शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। केंद्रीय कौशल विकास मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने संयुक्त रूप से इसका वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।
केंद्रीय मंत्री पांडे व चौबे ने बताया कि कोरोना काल में इस तरह की सुविधा उपलब्ध होने से जनता को काफी लाभ मिलेगा। इसमें ब्लड जांच की सुविधा के साथ-साथ टेलीमेडिसिन की भी व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से एम्स-पटना के विशेषज्ञ डॉक्टरों से ऑन द स्पॉट चिकित्सीय परामर्श भी लिया जा सकता है।
गांवों व शहरों में घूम-घूम कर ऑन द स्पॉट मोबाइल लैब लबाइक 76 प्रकार के ब्लड जांच एवं टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रदान करेगी। कोरोना संक्रमण काल में लोगों के लिए चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा। आईसीएमआर से अधिकृत पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसका शुभारंभ किया गया है। इसके पहले भागलपुर एवं बक्सर में हाल ही में इस सुविधा का शुभारंभ हुआ है। इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। कार्यक्रम का संचालन अर्जित चौबे ने किया।
मोबाइल लैब- लबाइक द्वारा घूम-घूमकर ब्लड एवं अन्य प्रकार की कुल 76 जांच की जाएंगी। वहीं जो बीमार मरीज हैं, उन्हें एम्स-पटना के बेहतरीन चिकित्सकों से टेलीमेडिसिन के द्वारा दूरस्थ चिकित्सा प्रदान किया जाएगा एवं उन्हें दवा आदि भी पर्चा में प्रिंट निकालकर दिया जाएगा। जो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा किया जाएगा।
सभी मरीजों का रिकार्ड ट्रिपल आईटी भागलपुर के विशेष सर्वर एवं मुख्य डाटा सेंटर पर भी संरक्षित होगा, जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय एवं राज्य सरकार भी 24 घंटे देख सकता है। मरीज को चिकित्सा पूर्जा का हार्ड कपी भी प्रिंट मिलेगा और जो मरीज अपने मोबाइल नंबर पर यह विवरण चाहते हैं, उन्हें व्हाट्सएप या ईमेल भी भेज दिया जाएगा।
ये सभी कार्य रियल टाइम यानी कि बिना रुकावट त्वरित होगा। इसे कोई भी अधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्य मंत्रालय उसी समय देख भी सकेगा। कार्यकारी एजेंसी अलसोल एक्युस्टर टेक्नोलॉजीज की आईटी टीम की इसपर पैनी नजर होगी। डिजिटल हेल्थ रिकार्ड कार्यकारी एजेंसी द्वारा तैयार किया जाएगा। तकनीकी सहयोग, एम्स-पटना व ट्रिपल आईटी-भागलपुर का मिलेगा।
इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, राज्यमंत्री पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य डॉ. नीलकंठ तिवारी ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।