वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैदिक विज्ञान केंद्र द्वारा मंगलवार से 21 नवंबर तक वैदिक गणित पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इसमें मुख्य अतिथि की भूमिका में पुरी के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद हैं वो आभासी तरीके से विशेषज्ञों को प्राचीन गणित और वैज्ञानिक तथ्यों का परिचय देंगे। इसके साथ ही बीएचयू के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर समेत वैदिक गणित शिक्षा संस्कृति के संरक्षक प्रोफेसर कैलास विश्वकर्मा भी गणित में स्थापित प्राच्य जानकारियों से दूसरे गणितज्ञों को जानकारी देंगे।
1500 लोगों ने कराया है पंजीकरण
अब तक इस सम्मेलन में आभासी रूप से 1500 से ज्यादा प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है। रिपोर्ट के अनुसार आयोजन में देश विदेश से गणितज्ञ शामिल हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल के बाद बीएचयू में आयोजन हो रहा है। आयोजन के दौरान भारतीय वैदिक गणितज्ञों के बारे में भी परिचर्चा होगी। आयोजन के वृहद स्वरूप को देखते हुए लोगों को इस आयोजन से जोड़ने के लिए विवि प्रशासन की ओर से कार्यक्रम का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
प्राचीन विरासत को सहेजने की कवायद
भारतीय वैदिक परंपरा के मुताबिक आयोजन का स्वरुप प्राचीन भारतीय परंपरा के मुताबिक ही रखा गया है। आयोजन को लेकर मंगलवार को में विशेष तैयारियांं की गई हैं। वैदिक गणित पर इस तरह के आयोजन को लेकर लोगों में चर्चा बनी हुई है। जानकार कहते हैं कि इस आयोजन का मकसद यह है कि देश की नई पीढ़ी के साथ साथ दुनिया के लोगों को भी वैदिक गणित से रूबरू कराना मुख्य मकसद है।