- अमूल प्लांट के खुलने से करीब 1 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
- पूर्वांचल के किसानो और गोपालकों की आय होगी दोगुनी, प्रतिव्यक्ति आय भी बढ़ेगा
- बनारस काशी संकुल परियोजना 475 करोड़ के लागत से बनेगा
वाराणसी: पूर्वांचल में रोज़गार और किसानों की आय दुगनी करने के लिए अमूल का प्लांट स्थापित हो रहा है। ये प्लांट करीब देढ़ से दो साल में बनकर तैयार होगा। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 1 लाख लोगो को रोजगार देगा। जिससे किसानों की हेल्थ और वेल्थ दोनों में सुधार होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिंडरा ब्लॉक के करखियांव में बनने वाले पांच लाख लीटर दूध उत्पादन क्षमता वाले डेयरी अमूल प्लांट का 23 दिसंबर को शिलान्यास करेंग। बनारस काशी संकुल परियोजना 475 करोड़ के लागत से बनेगा।
पूर्वांचल में दूध की धारा बहने वाली है, योगी सरकार वाराणसी के पिंडरा ब्लॉक के इंडस्ट्रियल एरिया करखियांव में अमूल फैक्ट्री लगाने जा रही है। अमूल के बनास काशी संकुल परियोजना के मैनेजिंग डायरेक्टर संग्राम चौधरी ने बताया कि इस प्लांट से पूर्वांचल के क़रीब दस जिलों के लोग लाभांवित होंगे । 30 एकड़ में बन रहे इस प्लांट में ,करीब पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध का उत्पादन होगा।
2,350 लोग फील्ड में अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ेंगे
फैक्टरी में करीब 750 लोगों को प्लांट में प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा और करीब 2,350 लोग फील्ड में अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ेंगे। पूर्वांचल के किसानों,गोपालको समेत अन्य करीब 1 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप रोज़गार पाएंगे। 120 किलोमीटर के दायरे में चिलिंग सेंटर खुलेगा। कंपनी हर गांव में दूध कलेक्शन सेंटर खोलेगी। इसके लिए हर गांव में दुग्ध क्रय समिति बनाई जाएगी। जो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेस के तहत दूध खरीदेंगी। निर्धारित समय पर कंपनी की गाड़ी से दूध का कलेक्शन किया जाएगा।
इस प्लांट के खुलने से प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी
किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी इस प्लांट में दूध के अलावा आइसक्रीम, पनीर, खोवा, घी, मक्खन का भी उत्पादन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर को करखियांव में जनसभा करने के साथ ही उत्तर प्रदेश के 1.74 लाख दुग्ध उत्पादकों को 35 .19 करोड़ का बोनस भी ऑनलाइन ट्रांसफर करेंगे। कंपनी आगे भी अपने लाभ में से किसानों व गोपालकों को बोनस देती रहेगी।
प्लांट में लेटेस्ट अत्याधुनिक मशीनों से दूध का उत्पादन होगा
भविष्य में अच्छे नस्लों के पशुओं के लिए कंपनी कृत्रिम गर्भाधान की व्यवस्था करेगी। जिससे अधिक दुग्ध उत्पादन हो सके। कंपनी की ओर से दुग्ध उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता वाला पशु आहार भी उपलब्ध कराया जाएगा। प्लांट के खुलने से पूर्वांचल ख़ास तौर पर वाराणसी में कुछ ख़ास मौकों पर दूध कि कमी अब नहीं पड़ेगी। मिलावाट खोरों पर भी लगाम लगेगा। पूर्वांचल के लोगों का हेल्थ और वेल्थ दोनों ही तंदुरुस्त होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्लांट की नींव रखने के साथ ही पूर्वांचल के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेंगे।