- कई विभागों ने वीडीए को दिया निर्माण में होने वाले खर्च का ब्योरा
- योजना विस्तार होने के बाद प्रोजेक्ट की कुल लागत 461.19 करोड़ में 15 करोड़ और बढ़ी
- सभी स्टेशन पर 30 फीट चौड़ी और 30 फीट लंबी जमीन की होगी जरूरत
Ropeway Construction: वाराणसी शहर में प्रस्तावित रोप-वे निर्माण का वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने दायरा बढ़ाया है। इसके लिए सभी स्टेशन पर 30 फीट चौड़ी और 30 फीट लंबी जमीन की जरूरत पड़ेगी। जलकल, जल निगम, गेल, स्मार्ट सिटी और बिजली विभाग ने निर्माण कार्य में होने वाले खर्च का विवरण वाराणसी विकास प्राधिकरण को दिया है। नई कार्ययोजना के कारण पूरी परियोजना का बजट 15 करोड़ रुपए बढ़ गया है। पहले 461.19 करोड़ रुपए से निर्माण पूरा होना था।
यह अतिरिक्त 15 करोड़ रुपए पांच विभाग ने मिलकर वीडीए को दिए हैं। एनएचएआई की नेशनल हाईवे लॉजिटिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड की ओर से फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने और मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिलने के साथ मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने टेंडर निकाला है।
29 और 30 जून को खुलेगा टेंडर
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा 29 और 30 जून को टेंडर खोल दिया जाएगा। इसके साथ ही प्राधिकरण एक-एक कर बाधाओं को दूर कर संबंधित विभागों की सहमति ले रहा है। ताकि टेंडर खुलने के बाद कोई अड़चन नहीं आए। टेंडर में चयनित होने वाली एजेंसी द्वारा निर्माण का डीपीआर बनाया जाएगा। फिलहाल कई कंपनियां काम करने के लिए तैयार हैं, लेकिन जिनका कोटेशन सबसे कम होगा उन्हें यह कार्य दिया जाएगा। इसके अलावा तय समय सीमा में निर्माण कार्य पूरा कराया जाना प्राथमिकता रहेगी। फिलहाल कितने समय में रोप-वे परियोजना का निर्माण कार्य पूरा होगा, यह तय नहीं किया गया है।
कैंट से गोदौलिया के बीच होंगे पांच स्टेशन
एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुन: फीजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर कंपनी ने वाराणसी विकास प्राधिकरण को सौंपी है। इस फीजिबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना में पांच स्टेशन बनाया जाना प्रस्तावित है। इनमें पहला स्टेशन कैंट रेलवे स्टेशन, दूसरा काशी विद्यापीठ, तीसरा स्टेशन रथ यात्रा, चौथा स्टेशन गिरजाघर पर क्रॉसिंग और पांचवां स्टेशन गोदौलिया पर बनना है।
किस विभाग ने दी कितनी दी राशि
स्मार्ट सिटी - 1.66 करोड़ रुपए
जलकल - 2.07 करोड़ रुपए
बिजली - 10.23 करोड़ रुपए
जल निगम - 94 लाख रुपए
गेल - 30 लाख रुपए