- डाट पुल को चौड़ा कर बनारस की ओर से आने वाले रास्ते को रिंग सर्किल में जोड़ा जाना है
- आदिकेशव घाट और नमो घाट के बीच से दो मंजिला पुल बनाने का प्रस्ताव बना
- रेलवे रूट के लिए पुल का नीचे वाला तल बनाया जाएगा
Varanasi Signature Bridge: पर्यटकों की सुविधा के लिए बनारस को पंडित दीनदयाल नगर स्टेशन से सीधा जोड़ा जा रहा है। इसके लिए नमो घाट के पास डबल डेकर सिग्नेचर ब्रिज बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है। डीपीआर को मंजूरी के लिए प्रशासन के पास भेजा गया है। राज घाट से पड़ाव को जोड़ने वाले मालवीय पुल के समानांतर पुल बनाया जाना है। इसका निर्माण गंगा नदी के 30 मीटर डाउन स्ट्रीम से शुरू होगा और पड़ाव तक बनेगा।
इस नए पुल को चौड़ा कर बनारस की ओर से आ रहे रास्ते को रिंग सर्किल में जोड़ने की योजना है। अधिकारी का कहना है कि काशी स्टेशन के पास से नया रास्ता बनाना है। आदिकेशव घाट और नमो घाट के बीच से दो मंजिला पुल बनाएंगे। इस पुल के नीचे वाले तल को रेल परिचालन के लिए बनाया जाएगा। ऊपर में सड़क मार्ग रहेगा।
सिग्नेचर पुल और सर्किल रोड बनाने पर खर्च होंगे 100 करोड़ रुपए
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल का कहना है कि वाराणसी से भदऊं चुंगी रोड को रिंग सर्किल में दो ओर से नए पुल को जोड़ा जाना है। सिग्नेचर पुल और सर्किल रोड के निर्माण पर कुल 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि देश के पहले इंटर मॉडल स्टेशन के रूप में प्रस्तावित काशी स्टेशन को विकसित करने की योजना है। इसकी कवायद सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा हो रही है। परियोजना के धरातल पर आने से सिग्नेचर ब्रिज से बिहार एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर समेत अन्य शहरों से कनेक्टिविटी मजबूत हो जाएगी।
पुल निर्माण के लिए करवाया जा रहा सर्वे
मंडलायुक्त के मुताबिक गंगा नदी के 30 मीटर डाउन स्ट्रीम से सिग्नेचर ब्रिज बनाया जाएगा। पुल के निर्माण के लिए सर्वे आदि की प्रक्रिया चल रही है। बताया जा रहा है कि 125 साल से अधिक पुराने राज घाट से पड़ाव के बीच बने मालवीय पुल के समानांतर प्रस्तावित इस सिग्नेचर ब्रिज के बनने पर भी राज घाट पुल पर वाहनों का आवागमन जारी रहेगा। इसके अतिरिक्त डाट पुल को चौड़ा भी कराया जाएगा, जिससे वाराणसी से आने वाले रास्ते को छह लेन तक विस्तार दिया जा सके।