- राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देश पर दो नए एसटीपी स्थापित किए जाएंगे
- सभी पुराने एसटीपी का किया जाएगा उन्नयन, डीपीआर बनकर तैयार
- असि नदी पर एक और दुर्गा नाले पर लोहता में बनाया जाएगा एक एसटीपी
Varanasi rivers: वाराणसी में गंगा नदी को निर्मल बनाने के लिए इसकी सहायक नदियों को स्वच्छ किया जाएगा। अब प्रशासन ने गंगा की सहायक नदियों असि और वरुणा को स्वच्छ बनाने की योजना बना ली है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के निर्देश पर दो नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की स्थापना कराई जाएगी। इतना ही नहीं पुराने सभी एसटीपी का भी उन्नयन (अपग्रेड) किया जाएगा। इन एसटीपी के उन्नयन के लिए डीपीआर तैयार कर लिया गया है। इस बारे में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी कालिका सिंह का कहना है कि, स्थापित किए जाने वाले नए दो एसटीपी में से एक असि नदी और दूसरा गंगा नदी में गिरने वाले दुर्गा नाले पर लोहता में बनाया जाएगा।
दुर्गा नाले पर बनने वाला एसटीपी 55 एमएलडी का होगा
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी के मुताबिक, दुर्गा नाले पर बनाए जाने वाला एसटीपी 55 एमएलडी का रहेगा। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जल निगम के नेशनल मिशन फॉर क्लिन गंगा ने बना ली है। यहां 19.6 एमएलडी का बहाव है। दूसरा असि नदी पर भगवानपुर या रमना में 50 एमएलडी का बनाया जाना है।
पूर्व में स्थापित किए गए थे सात एसटीपी
शहर में अभी सात एसटीपी काम कर रहे हैं। दीनापुर में दो एसटीपी हैं। यह क्रमश: 80 और 40 एमएलडी के हैं। गोइठहां में 120 एमएलडी का एक एसटीपी है। इसी तरह भगवानपुर में 9.8 एमएलडी, डीएलडब्ल्यू में 12 एमएलडी, राम नगर में 10 एमएलडी और रमना में 50 एमएलडी का एक एसटीपी है।
गोइठहां का एसटीपी वरुणा में होगा डायवर्ट
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी कालिका सिंह के मुताबिक, गोइठहां की एसटीपी डायवर्ट किया जाएगा। वरुणा में गोइठहां में पूर्व से स्थापित 120 एमएलडी की एसटीपी को अब वरुणा में डायवर्ट करने की योजना बनाई गई है। दूसरी ओर डीएलडब्ल्यू, भगवानपुर, दीनापुर के एसटीपी 20 एमएलजी प्रति लीटर बीओडी पर बनाए गए हैं।