- पूर्वांचल के किसानों के लिए अच्छी खबर
- वाराणसी में केवीके में सब्जियों की आधुनिक नर्सरी विकसित की जाएगी
- सब्जियों के बीज और पौधे होंगे तैयार
Modern Nursery Of Vegetables: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के किसानों के लिए गुड न्यूज है। पूर्वांचल में सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों के लिए अनोखी पहल की है। दरअसल, वाराणसी के कल्लीपुर में सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) सब्जियों की आधुनिक नर्सरी विकसित करेगा। केवीके भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (आईआईवीआर) के बाद ऐसा दूसरा केंद्र होगा, जो सब्जियों की नर्सरी और बीजों पर शोध करेगा। हालांकि अभी भी यहां गेहूं के बीज, खेती की नई तकनीक समेत कई कार्य किए जाते हैं।
आपको बता दें कि कृषि विज्ञान केंद्र (केविके) में अभी भी अनाजों के बीज पर रिसर्च की जाती है, इसके अलावा खेती की नई तकनीक और किसानों के प्रशिक्षण देने का काम किया जाता है। केविके ने नई पहल की है, इसके बाद जल्द ही यहां सब्जियों की उन्नत खेती पर भी काम किया जाएगा।
उन्नत किस्म की सब्जियों की नर्सरी होगी तैयार
केंद्र में सबसे पहले उन्नत किस्म की सब्जियों की नर्सरी तैयार की जाएगी। इसके बाद किसानों को इसके बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि किसान अपने खेतों में सब्जियों की फसल उगा सकें। कल्लीपुर कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र रघुवंशी के अनुसार, पूर्वांचल के सभी कृषि विज्ञान केंद्रों में अभी तक गेहूं, धान, मटर, मूंग, सरसों, चना जैसे खाद्यानों के बीज के बारे में जानकारी दी जाती थी। इसके अलावा पशु और मुर्गी पालन के बारे में भी किसानों को बताया जाता था। लेकिन अब आधुनिक नर्सरी तैयार होने जा रही है। इसके तैयार होने से किसानों को उन्नतशील पौधे और बीज यहीं मिल सकेंगे।
किसानों के लिए तैयार होगा विकल्प
आपको बता दें कि शाहंशाहपुर स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में भिंडी, मूली, टमाटर, बोड़ा, लोबिया, बैगन, गाजर, कद्दू समेत कई सब्जियों के बीज और पौधे तैयार होते हैं। इन बीज और पौधों को किसानों को बांट दिया जाता है। ऐसे में कल्लीपुर केविके में तैयार नर्सरी में किसानों के लिए उन्नत किस्म की सब्जियों, पौधे और बीज का एक नया ऑप्शन होगा।