- बनारस के सरकारी अस्पतालों को आदेश
- मरीजों को नहीं लिखेंगे बाहर की दवा
- कर्मचारियों को सीएचसी परिसर आवास में रहना अनिवार्य
Varanasi Hospital Warning: सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बाहर की दवा लिखने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी। इसके लिए प्रशासन ने आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद मरीजों को अस्पताल में ही दवा उपलब्ध हो सकेगी। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को परिसर में बने आवास में ही रहना होगा।
इस संबंध में महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. वेदब्रत सिंह ने सभी सीएमओ व सीएमएस को निर्देश दिए हैं। कोई भी चिकित्सक अस्पताल से बाहर की दवा लिखेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। अस्पतालों में दवा उपलब्ध कराने व वहीं से ही मरीज को दवा देने के निर्देश दिए गए हैं।
दवा उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
महानिदेशक के 18 सूत्रीय पत्र में दवाओं पर विशेष जोर दिया गया है। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी व पीएचसी में दवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। आदेश में कहा गया है कि, जहां पर दवा की उपलब्धता न हो, उसकी जानकारी तत्काल दी जाए। सभी डॉक्टर व कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निर्देश देते हुए समय-समय पर जांच कराने को भी कहा है। उन्होंने मरीजों व तीमारदारों के बैठने, लैब के बाहर मरीज बैठने, पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था कराने, अस्पताल परिसर की सफाई, रंगाई, हर्बल गार्डेन बनाने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा है कि, अस्पताल परिसर में शव वाहन, एंबुलेंस से जुड़े नोडल अधिकारी व वाहन चालक का फोन नंबर भी लिखवाया जाए।
मरीजों को करना पड़ता है परेशानी का सामना
बताया जा रहा है कि, अस्पताल में मरीजों को डॉक्टर उपचार के लिए बाहर की दवा लिखते हैं, इस वजह से मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई सरकारी अस्पतालों की शिकायतें प्रशासन को मिल रही थी। इसके बाद महानिदेशक स्वास्थ्य ने इसे लेकर आदेश जारी किया है। जिसके तहत अस्पताल में आने वाले मरीजों को दवा उपलब्धता, अस्पताल परिसर की साफ सफाई, मरीजों के बैठने की व्यवस्था करने के सख्त निर्देश दिए हैं।