- पीसीटीएस सिस्टम लगने के बाद शहर को कूड़े की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा
- पहले चरण में 15 करोड़ खर्च कर शहर के 10 कूड़ाघरों में सिस्टम लगेगा
- कूड़ा सिस्टम में जमा होने के बाद रमना व करसड़ा में बनें पुन: चक्र इकाईयों में भेज दिया जाएगा
Varanasi News: बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी के वाशिंदों के लिए ये खबर सुखद हो सकती है। वाराणासी शहर के लोगों को अब मुहं पर हाथ लगाकर सड़क पर घूमने से निजात मिलेगी। सड़कों पर लगे कूड़े के ढेरों से बदबू नहीं आएगी। वहीं सड़कों व आम रास्तोंं पर गंदगी भी नजर नहीं आएगी। इसके लिए वाराणसी नगर निगम की ओर से एक खास योजना तैयार की गई है। जिसके तहत करीब 15 करोड़ खर्च कर शहर के कई इलाकोंं में बनें 10 कूड़ा घरों में पीसीटीएस सिस्टम लगेगा।
निगम के अधिकारियों के मुताबिक पोर्टेबल कॉम्पैक्टर ट्रांसफर सिस्टम लगने के बाद शहर के आम रास्तों पर कूड़े की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। हालांकि निगम की ओर से यह योजना दो चरणों में लागू की जाएगी। शुरूआत के पहले दौर में कूड़ा घर की क्षमता के अनुरूप दो या तीन पीसीटीएस सिस्टम लगेंगे। आपको बता दें कि, एक पीसीटीएस सिस्टम की एक बार में करीब 16 क्यूबिक टन कचरा जमा करने की क्षमता होती है।
पहले चरण में इन इलाकों में लगेंगे पीसीटीएस
नगर निगम के एडिशलन सिटी कमिश्रर दुष्यंत कुमार के मुताबिक पहले चरण में चुने गए आदमपुर, बेनिया बाग, औरंगाबाद, शिवपुर, हरतीरथ, खोजवां, विद्यापीठ, तहसील सदर, हड़हा सराय व रेवड़ी तालाब आदि स्थानों पर स्थित कूड़ा घरों में पीसीटीएस सिस्टम लगेगा। अपर आयुक्त के मुताबिक पीसीटीएस सिस्टम कूड़े को क्रश करने के बाद उसमें मौजूद पानी व नमी को अलग कर देता है। इस वजह से कूड़े में उत्पन्न होने वाली सड़ाधं खत्म हो जाती है। कूड़ा सिस्टम में जमा होने के बाद उसे शहर के रमना व करसड़ा में बनें पुन: चक्र इकाईयों में भेज दिया जाएगा। एडिशलन आयुक्त के मुताबिक परीक्षण के तौर पर एक पीसीटीएस सिस्टम डीडी अस्पताल के समीप मौजूद कूड़ा घर के पास स्थापित किया गया है। जिसका लगातार निरीक्षण चल रहा है। परीक्षण के दौरान सिस्टम पूरी तरह वर्क कर रहा है। इसके द्वारा निस्तारित किए गए कूड़े में से दुर्गंध नहीं के बराबर आ रही है। निगम अधिकारियों के मुताबिक योजना को लेकर निविदाएं जारी करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।