- राजा तालाब तहसील के गंजारी में स्टेडियम के लिए जमीन चिह्नित
- बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह ने गंजारी में प्रस्तावित जमीन का किया निरीक्षण
- एक महीने पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और शाह ने किया था दौरा
Varanasi Cricket Stadium: भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने वाराणसी में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह ने रविवार को स्टेडियम के लिए चिह्नित जमीन का मुआयना किया। राजा तालाब तहसील के गंजारी में प्रस्तावित जमीन को दोनों अधिकारियों ने उपयुक्त बताया है।
एक महीने पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और शाह ने वाराणसी का दौरा किया था। तब स्टेडियम के लिए पिंडरा में तीन जमीन प्रस्तावित थीं, जिसे मंत्री और शाह ने देखा था। पिंडरा में प्रस्तावित तीनों जमीन को उपयुक्त नहीं बताया गया था। दरअसल, यहां की दो जमीने एयरपोर्ट से कुछ आगे बस्ती से घिरी है। तीसरी जमीन के पास पेट्रोल डिपो है। अब गंजारी स्थित जमीन को स्टेडियम के लिए मंजूर कर दिया गया है।
पूर्व में स्टेडियम निर्माण के लिए 95 करोड़ रुपए का था प्रावधान
क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के लिए पूर्व में राज्य सरकार ने बजट में 95 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था। सरकार ने स्टेडियम के लिए 25 एकड़ जमीन भी उपलब्ध कराने को कहा है। गंजारी में पहले से 14 एकड़ जमीन है। यानी 10 से 12 एकड़ जमीन और लेनी है। इस जमीन के लिए भैरोनाथ डिग्री कॉलेज के पीछे से और गंगापुर से रास्ता है। रिंग रोड के पास होने की वजह से प्रयागराज, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मीरजापुर एवं चंदौली की ओर से लोग आसानी से पहुंच पाएंगे। जमीन के पश्चिम में बस्ती है, लेकिन शेष दिशाओं से जमीन पूरी खुली है।
पूर्वांचल के साथ बिहार के लिए भी लाभप्रद
वाराणसी में बनने वाला यह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पूरे पूर्वांचल के अलावा बिहार के लिए भी लाभकारी साबित होगा। इसी महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दौरे में खिलाड़ियों से रूबरू हुए थे। अब स्टेडियम बनने से इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। बड़े-बड़े होटल एवं अन्य प्रतिष्ठानों के खुलने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। स्टेडियम में अक्सर क्रिकेट मैच का आयोजन होता रहेगा। बताया जा रहा है इस स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सभी सुविधाएं मौजूद होंगी। इसे भविष्य के स्टेडियम के रूप में विकसित किया जाएगा।