- बाहर से बनारस घूमने आने वालों को लूटते थे आरोपी
- सवारियों को लूटने के बाद उनसे करते थे मारपीट
- सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
Varanasi Crime: वाराणसी का नाम खराब करने के लिए ऑटो सवार बदमाशों ने कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया। लूटपाट करने के बाद पीड़ितों को बेरहमी से मारा पीटा। अन्य पीड़ित तो मुकदमा और पुलिस की सहायता से दूर रहे। लेकिन बता दें कि, 27 जुलाई और और 5 अगस्त की लूट की घटना के शिकार श्याम नारायण यादव और आशीष सिंह ने कैंट थाने में मामला दर्ज करवाया। इसके बाद कैंट अर्दली बाजार के चौकी प्रभारी सुनील कुमार गौड़ और कैंट थाने के क्राइम इंचार्ज हिमांशु त्रिपाठी ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और सर्विलांस की मदद से लुटेरों को गिरफ्त में लिया।
बता दें कि, वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस अड्डा के यात्रियों को लूटने वाले गिरोह के छह शातिर बदमाशों को कैंट पुलिस ने अनौला से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से लूट के नौ मोबाइल, आभूषण, नगदी और लूट में प्रयोग दो ऑटो को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
ऐसे देते थे घटना को अंजाम
मिली जानकारी के मुताबिक, डीसीपी वरुणा आरती सिंह ने बताया है कि, गिरफ्तार मनीष कुमार धरिकार, विजय सिंह, आशीष साहनी, रिंकू कुमार, सुनील कुमार चौरसिया और रवि कुमार भारती सभी कांशीराम आवास शिवपुर के रहने वाले हैं। पुलिस की पूछताछ में सभी पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि, वह कैंट स्टेशन और रोडवेज बस अड्डा से रात के समय यात्रियों को ऑटो में सवारी के नाम पर बैठा लेते थे। रास्ते में सुनसान जगह देख मारपीट कर सामान और नगदी लूटकर फरार हो जाते थे।
सीसीटीवी और सर्विलांस से जरिए ऐसे पकड़ में आए आरोपी
बता दें, कैंट थाने के क्राइम की टीम के प्रभारी हिमांशु त्रिपाठी ने अनौला स्थित एक घर में लगे सीसीटीवी फुटेज की सहायता से ऑटो की पहचान कर ली। उसके बाद कमांड सेंटर सिगरा से आने जाने वाले अन्य चौराहों के सीसीटीवी फुटेज को भी चेक किया गया। जिसमें ऑटो की पहचान कन्फर्म हो गई। इसके बाद सर्विलांस की मदद से सभी लुटेरों को एक के बाद एक करके धर दबोचा गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इनके पास से लूट की घटना में प्रयुक्त दो ऑटो, 9 मोबाइल फोन सहित 13,150 रुपए बरामद कर लिए गए है। साथ ही एक लकड़ी का मोटा डंडा, पीली धातु का ठोस टुकड़ा और एक बंडल गांजा भी बरामद किया गया है।