वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इन्सेफ्लाइटिस की तरह कोरोना पर विजय हासिल होगी। इसके लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य गाइडलाइन्स के पालन करने होंगे। उन्होंने कहा कि यूपी की सरकार बाढ़ और कोरोना पीड़ितों को राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मंगलवार को गोरखपुर में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के बाद उन्होंने कहा कि इंसेफ्लाइटिस से मरने वालों का दर 90 फीसदी कम हो गया है। इसी प्रकार से हम कोरोना वायरस को भी हराएंगे।
मैं यहां आपलोग के पास कोरोना महामारी और बाढ़ के समय में आया हूं। सौभाग्य और दुर्भाग्य जीवन के दो पहलू हैं। एक तरफ हम कोरोना वायरस और बाढ़ जैसी मुश्किलों से जूझ रहे हैं और दूसरी तरफ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसा त्यौहार मना रहे हैं। श्री कृष्णा हमें धर्मा, सत्य और न्याय के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रही है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व व उनके द्वारा उचित समय पर लिए फैसले के कारण इस महामारी से अच्छे से निपट पा रहे हैं। अब हम बड़ी तादाद में कोरोना टेस्ट करवा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि 0 साल से कम उम्र के बच्चों को, बुजुर्गों को और गर्भवती महिलाओं को खास तौर पर घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए। बीमार व्यक्ति जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियों से ग्रस्त हैं उन्हें घर पर ही रहना चाहिए। 15 दिनों के भारी बारिश में प्रदेश के कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी है जिससे निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
सीएम ने बाढ़ पीड़ितों को राशन के तौर पर 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, दस किलो आलू, 10 किलो भूना चना, चावल, तेल, नमक और किरोसिन बांटे। ये राहत सामग्री कार्ड धारकों को बांटे गए। इसके अलावा जरूरतमंदों को महीने में दो बार ये राशन दिए गए। बाढ़ के कारण या फिर सांप के काटने से हुई मौत के बाद परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजे देने की घोषणा की है।